आगरा। सिंधी समाज में करवा चौथ के रूप में प्रसिद्ध टीजड़ी पर्व आज बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। यह पर्व सिंध प्रांत से चली आ रही एक प्राचीन परंपरा है, जिसमें विवाहित महिलाएँ अपने पति की दीर्घायु एवं सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं।परंपरा के अनुसार 11 अगस्त की मध्यरात्रि को महिलाएँ उठकर हाथों में मेहंदी रचाती हैं और हल्का सा फल ग्रहण करती हैं। पूरे दिन निर्जला व्रत रखती है इसके उपरांत 12 अगस्त की रात्रि को चाँद को अर्घ्य अर्पित कर व्रत का समापन करती हैं। इस अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक सिंधी गीत-संगीत, नृत्य और झूला झूलने का आनंद लिया।
झूले पर गेहूँ के अंकुरित पौधे को रखकर संयुक्त रूप से उसकी पूजा की गई। पूरे वर्ष इस पर्व का बेसब्री से इंतज़ार करने वाली महिलाएँ रंग-बिरंगे परिधानों में सजधज कर आईं और पूरे आयोजन को उल्लासमय बना दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीमती संगीता नोतनानी, श्रीमती सोनु नोतनानी, कविता भल्ला, दिव्या मूलचंदानी, संजना नोतनानी, विन्नी मूलचंदानी, रिया भल्ला, पायल नोतनानी, भावना नोतनानी, बबीता नोतनानी आदि उपस्थित रहे।