आगरा, 27 अक्टूबर । सिंधी बाजार (फौवारा रोड) में दुकानों को सील करने की कार्रवाई को लेकर सिंधी समाज लामबंद हो गया है। व्यापारी एकजुटता के साथ नगर निगम में जुटे और नगर आयुक्त से मुलाकात करके उन्हें बताया कि सिंधी दुकानदारों के साथ अन्याय किया जा रहा है। नगर आयुक्त को बताया गया कि विभाजन के दौरान विस्थापित होकर आए सिंधी परिवारों को पालन पोषण के लिए तत्कालीन नगर महापालिका ने व्यास मार्केट के सामने पड़ी खाली जमीन पर दुकानें आवंटित की थीं। इन्हीं दुकानों को लेकर योजना के तहत छोटे सिंधी व्यापारियों से ब्लैकमेल की कोशिश की जा रही है। एक महिला ने निजी स्वार्थों की वजह से भूखहड़ताल करके दो दुकानों पर सील लगवा दी है। व्यापारी दुकानों का किराया नियमित रूप से अदा कर रहे हैं। फिर भी उनके खिलाफ कार्रवाई की गई, क्योंकि उन्होंने दो लाख की चौथ देने से इंकार किया था। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इस संबंध में पुलिस से भी व्यापारियों ने शिकायत की है। बाद में प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से शिकायत करने भी पहुंचा।
प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सोनी कर रहे थे। इस दौरान घनश्याम दास देवनानी, आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल, मीडिया प्रभारी मेघराज दियालानी, जयराम होतचंदानी, परमानंद आतवानी, जगदीश डोडानी, अशोक पारवानी, राजू खेमानी, सुशील नोतनानी, लाल एम सोनी, अशोक कोडवानी, उमेश पेरवानी, जतिन लालवानी, कन्हैया सोनी, अशोक चावला, सुधीर मदान, रोहित वाधवानी, वासदेव मयानी, मुकेश अशरा, जीतू तुलसानी, जय पुरषनानी, हरीश मोटवानी, जितेंद्र पमनानी, सुमित मडवानी आदि मौजूद थे। काफी संख्या में महिलाएं भी नगर निगम पहुंची थीं।