आगरा। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के सख्त निर्देश के बाद बकायेदारों के खिलाफ अभियान चला कर वसूली की जा रही है। इसी क्रम में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मुनादी कराकर बकाया जमा न कराने पर दुकानों का आवंटन निरस्त करने की चेतावनी दी गयी थी। गुरुवार को चेतावनी का असर भी दिखाई दिया। तीस दुकानदारों ने नगर निगम को 4.62 लाख रुपया किराये के रुप में जमा कराया।
नगर निगम ने महावीर मार्केट छीपीटोला, आगरा कैंट स्थित गांधी मार्केट और जिला अस्पताल के सहारे बनी मार्केट में बनी दुकानों को किराये पर दिया हुआ है। लेकिन कई दुकानदार नगर निगम को कई सालों से किराया जमा नहीं करा रहे थे। नगरायुक्त के आदेश पर निगम के राजस्व विभाग द्वारा मुनादी करा कर आवंटित दुकानों का किराया नगर निगम को जमा कराने की अपील की गयी। चेतावनी दी गई है कि यदि दुकानों का किराया आवंटियों के द्वारा दो दिनों में जमा नहीं कराया जाता है तो उनकी दुकानों के आवंटन निरस्त कर दिये जाएंगे। इसके बाद आज लगभग तीस दुकानदारों ने बकाये किराये के रुप में 4.62 लाख की धनराशि निगम को जमा करा दी। इस संबंध मंे जानकारी देते हुए सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम ने बताया कि नगर ने व्यसायिक और आवसीय पट्टों के अलावा करीब 480 दुकानें, सौ मकान लोगों को किराये पर दिये हुए हैं। इनमें से कई आवंटी ऐसे हैं जो नगर निगम को कई सालों से किराया जमा नहीं करा रहे हैं। ऐसे दुकानदारों को नोटिस देकर दुकानों के आवंटन निरस्त करने की चेतावनी दी जा है। नोटिस का संज्ञान न लेने पर दुकानों के पट्टे निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी