नगर निगम सदन की बैठक में छाया रहा सीवर का मुद्दा

Press Release उत्तर प्रदेश

—कब्रिस्तान में समरसेवल न लगने पर जमकर हुआ हंगामा
—सत्ता पक्ष व विपक्षी सदस्यों के बीच जमकर तकरार
—विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समक्ष धरना देकर की नारेबाजी
— सभी वार्डों में दीपावली से पूर्व अतिरिक्त लाइटें लगाई जाएंगी
—प्रत्येक वार्ड को मिलेंगे दस -दस और सफाई मित्र

आगरा, 8 अक्टूबर। नगर निगम सदन की आठवीं बैठक के दौरान अमृत योजना के अंतरगत जल निगम द्वारा वेस्टन जोन में डाली गई सीवर लाइनों का मुद्दा छाया रहा। पार्षद रवि बिहारी माथुर और राकेश जैन द्वारा रखे गये प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पार्षदों ने कहा कि इस योजना में जल निगम के अभियंताओं द्वारा भारी अनियमितता और धांधलेबाजी की गयी है। 313 कि.मी. डाली गई सीवर लाइन पर 250 करोड़ की भारी भरकम राशि व्यय की गई उसके बावजूद सीवर व्यवस्था फेल हो गयी। कार्यदायी संस्था मनीषा कंस्ट्रक्षन व इमेंस कंस्ट्रक्शन द्वारा अधिकारियों के साथ मिलकर योजना में भारी घपला किया गया है। जल निगम की शहरी इकाई के माध्यम से कराये गये इस कार्य की जांच करानी चाहिए तथा जो भी दोषी पाया जाए उसके खिलाफ एफआई आर दर्ज कराई जाए। इस योजना को नगर निगम हैंडओवर न करे।

आरोप लगाया कि सीवर लाइन के लिए जो पाइप डाले गये उनमें मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है। जनता ये आरोप लगाती है कि ये कार्य नगर निगम का है जबकि नगर निगम का इससे कोई लेना देना नहीं हैै। इस योजना में जो कार्य अधूरा, खराब गुणवत्ता का कराया गया है उसकी रिकवरी कार्यदायी संस्था से कराई जानी चाहिए। पार्षद बंटी माहौर द्वारा रखे गये प्रस्ताव कि नगलापदी का नाम सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के नाम पर कर दिया जाए को महापौर स्वीकृति प्रदान करते हुए कहा कि इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। पार्षद रवि बिहारी माथुर और राकेश जैन द्वारा रखे गये प्रस्ताव कि हर वार्ड में दस दस सफाई कर्मचारियों को महापौर ने पास कर दिया। इसका पार्षदों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। महान संत गाडगे, भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा लगाने के अलावा द्वार आदि बनाने के पार्षदों द्वारा रखे गये प्रस्ताव पर कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर इन प्रस्तावों पर कार्य होगा। मृत्यु एवं जन्म प्रमाणपत्र बनाने में हो रही देरी पर आक्रोश जताते हुए पार्षदों ने कहा कि सभी औपचारिकताएं जब नगर निगम पूरी कर रहा है तो इसको जारी करने का अधिकार एसडीएम को देना गलत है। इसके कारण जहां प्रमाणपत्र बनने में महीनों का समय जाया हो रहा है तो वहीं भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिल रहा है। इस पर महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने कहा कि इस संबंध में पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। वहीं दूसरी ओर पार्षदों ने कर्मचारियों द्वारा लोगों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत करते हुए कर्मचारियों के पटल परिवर्तन की मांग रखी। कहा कि अगर कार्य अधिक है तो अतिरिक्त कम्प्यूटर ऑपरेटरों को रख लिया जाए।
पार्षद रवि दिवाकर के उस प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई जिसमें उन्होंने मलिन बस्ती शाहगंज में की मांग की थी। कहा कि शौचालय न होने के कारण लोग रेल पटरियों के आसपास खुले में शौच को मजबूर हैं। नगर आयुक्त ने बताया कि अगर पार्षदगण जमीन मुहैया करा देंगे तो निगम शौचालय बनाने को तैयार है। पार्षद राकेश कन्नौजिया के उस प्रस्ताव पर महापौर ने जांच कराने का आश्वासन दिया जिसमें उन्होंने कहा आगरा कैंट स्टेशन अटल चौक के पास पूर्व मेयर रमेश कांत लवानियां द्वारा बनाई गयीं दुकानों को किराया न देने की वजह से ध्वस्त करा दिया गया था। उन्होंने वहां पर वैडिंग जोन की मांग की। इस पर महापौर ने इसकी संपत्ति विभाग से जांच कराये जाने के लिए नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल से कहा। सदन कक्ष में लगीं भारत रत्न भीमराव आंबेडकर, गृहमंत्री रहे सरदार बल्लभभाई पटेल और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की क्षतिग्रस्त तस्वीरों के स्थान पर उनकी सुदर तस्वीर लगाये जाने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान कर दी गई। पार्षद रवि दिवाकर के उस प्रस्ताव पर चर्चा के पश्चात नगर आयुक्त ने ईईएसएल कंपनी के कार्य की जांच कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि विभागीय लाइट प्रभारी कंपनी के स्टोर की जाकर जांच करें कि उसके पास पर्याप्त सामान आदि है भी या नहीं। इसके अलावा कंपनी को टीमों की संख्या बढाये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं। हर वार्ड तीस तीस अतिरिक्त लाइटें भी इसी माह दीपावली से पहले लगवा दी जाएंगी। शिकायत की गयी थी कि कंपनी के बंदे सामान लेकर नहीं आते और क्षेत्र के लोगों से ही केबिल आदि लाने को कहते हैं। अधिकांश लाइटें खराब रहती हैं। एक सभासद तो अपने साथ केबिल, स्विच और एमसीबी भी लेकर आये थे। निर्माण कार्य शुरु करते समय क्षेत्ऱीय पार्षदों को सूचना न देने पर सदन के सदस्यों ने आकोश व्यक्त किया। पार्षद यशपाल सिंह ने कहा कि बरसात के समय जलभराव नगर में भारी समस्या बन गयी है; लाखों रुपये नालों की सफाई पर बहाये जाते हैं । इसके बावजूद समस्या जस की तस है। अतः जिस वार्ड में भी नालों की सफाई की जाए उसी वार्ड के पार्षद से प्रमाणित भी कराया जाए। पार्षद जरीना बेगम ने सुलहकुल कब्रिस्तान में इलेट्रोनिक समरसेवल न लगने पर भारी हंगामा किया। हंगामे के बीच पक्ष विपक्ष के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की । इस पर विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के सामने धरना देकर बैठ गये। सभी वार्डों में ओवरहैड टेंक का प्रस्ताव पास कर शासन को भेजने का निर्णय लिया गया है। टोरंट कंपनी द्वारा केबिल आदि काटने को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ। कहा गया कि खुदाई के बाद ये कंपनी रोड रेस्टोरेशन का काम ठीक प्रकार से नहीं करती है। इस पर नगरायुक्त ने बताया कि विगत माह के टोरंट पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाकर वसूली की गई है। केबिल आदि काटने को लेकर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी बैठक के दौरान टोरंट और मनीशा कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों की उपस्थिति सदन में सुनिश्चित की जाए। सदस्यों ने मुद्दा उठाया कि सदन में प्रस्ताव पास होने के बावजूद अधिकारी उसका अनुपालन नहीं कराते हैं जिस पर महापौर ने सभी विभागाध्यक्षों को पारित प्रस्तावों के संबंध में कृत कार्रवाई से बीस दिन में अवगत कराने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव के अलावा नगर निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहे। सदन का संचालन अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र तिवारी ने किया। बैठक के दौरान 103 में से 43 प्रस्तावों पर चर्चा हुई इसके अलावा पांच पूरक प्रस्ताव भी पास किये गये। समयाभाव के कारण सदन की बैठक को आगामी बैठक तक स्थगित कर दिया गया।

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