धान क्रय में लक्ष्य से काफी पीछे रहने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी जताई
आगरा. 21 नवंबर 2024. मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में खाद वितरण एवं धान खरीद की मण्डलीय ऑनलाइन समीक्षा बैठक हुई। जिसमें चारों जिलों के जिलाधिकारी, संभागीय खाद्य नियंत्रक/एडीए उपाध्यक्ष, मुख्य विकास अधिकारी एवं संभागीय खाद्य विभाग तथा खाद विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सर्वप्रथम आगरा मण्डल में जनपदवार खाद (डीएपी) की समीक्षा की गयी। आगरा जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि नवंबर माह में लगभग 4 हजार मी.टन डीएपी प्राप्त हो चुकी है। दो रैक की और जरूरत है जबकि निजी प्रतिष्ठानों पर एक हजार मी.टन डीएपी उपलब्ध है। फिरोजाबाद में भी लगभग 4 हजार मी.टन डीएपी प्राप्त हो चुकी है। डेढ़ रैक की मांग है। मथुरा जनपद में इस माह अभी तक कोई रैक प्राप्त नहीं हुई है। इसी सप्ताह के अंत तक खाद की रैक मिल जाएगी। वहीं मैनपुरी में अक्टूबर-नवंबर माह में लगभग 17 हजार मी0टन डीएपी प्राप्त हो चुकी है। एक रैक की और मांग है।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिए कि जिस जनपद में जितनी खाद की मांग है उसकी पूर्ति हेतु शासन को पत्र लिखकर प्रेषित किया जाए। ज्यादा से ज्यादा सहकारिता समितियों के माध्यम से खाद का वितरण कराया जाए। वितरण के दौरान संबंधित कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाए। प्रवर्तन की प्रभावी कार्यवाही लगातार जारी रहे। कहीं भी मिश्रित या नकली खाद का वितरण न हो। नकली खाद की आपूर्ति करने एवं बिक्री करने वाले के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत की कार्यवाही की जाए।
धान खरीद की समीक्षा की गयी। अवगत कराया गया कि आगरा मण्डल में धान का लगभग 6500 मी0टन क्रय का लक्ष्य रखा गया है जबकि बाजरा में 57600 मी0टन क्रय का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के सापेक्ष धान क्रय में मात्र 5 प्रतिशत और बाजरा में 19 प्रतिशत की ही प्राप्ति हुई है। धान क्रय में लक्ष्य से काफी पीछे रहने पर मण्डलायुक्त ने नाराजगी जताई। विशेषतौर पर आगरा जनपद में धान क्रय में सबसे खराब प्रगति रही। निर्देश दिए कि सभी उपजिलाधिकारियों को धान क्रय लक्ष्य की प्राप्ति हेतु लगाया जाए। खराब प्रगति पर सभी डीपीआरओ को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। वहीं अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) को भी प्रतिदिन धान क्रय की समीक्षा करने के निर्देश दिए जायें। दिसंबर माह के अंत तक धान क्रय के पूर्ण लक्ष्य की प्राप्ति की जाए।
फिरोजबाद में धान खरीद में किसानों के पंजीयन व सत्यापन की खराब स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की। सत्यापन जल्द पूर्ण करने एवं सभी पंजीकृत किसानों से धान क्रय कर लक्ष्य की पूर्ण प्राप्ति के निर्देश दिए। जनपद में एफसीआई के दो केन्द्र संचालित नहीं होने पर उनके निरस्तीकरण की कार्यवाही करने को कहा। मथुरा और मैनपुरी जनपद में भी अपर जिलाधिकारी को प्रतिदिन समीक्षा करते हुए हर हाल में धान क्रय की पूर्ण लक्ष्य प्राप्ति करने के निर्देश दिए।