आगरा, 10 अप्रैल। आगरा मंडल रेलवे सुरक्षा बल यात्रियों को सुरक्षा के साथ-साथ, आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए काम कर रही है। रेलवे संपत्ति, यात्री और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली आरपीएफ ग्राहकों को सुरक्षित माल परिवहन सेवा प्रदान करने में भी मदद करती है। आरपीएफ ने तमाम निवारक उपायों के साथ-साथ रेलवे संपत्ति के खिलाफ अपराध का पता लगाने जैसे काम कर देश भर में फैली रेलवे की विशाल संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है।मंडल रेल प्रबंधक आनन्द स्वरूप के निर्देशन में आगरा मंडल रेलवे सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न ऑपरेशन के माध्यमों से कार्यवाही कि गई है जिसमें ऑपरेशन “मेरी सहेली”- लंबी दूरी की ट्रेनों में विशेष रूप से अकेले यात्रा करने वाली या अपराध की चपेट में आने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक पहल “मेरी सहेली” शुरू की गई थी। आरपीएफ ने इस उद्देश्य के लिए आगरा मंडल मे “मेरी सहेली” टीमों को तैनात किया है। आगरा मंडल आरपीएफ ने ऑपरेशन “मेरी सहेली” के तहत (अप्रैल 22 से मार्च 23) तक 69289 महिला यात्रियों की देखभाल की। आरपीएफ इन महिला यात्रियों से उनकी यात्रा के अंत में प्रतिक्रिया एकत्र करता है ताकि पहल की प्रभावशीलता का आकलन किया जा सके और इसे और बेहतर बनाया जा सके। महिला यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अन्य निवारक उपाय जैसे ट्रेन एस्कॉर्टिंग, स्टेशनों पर सीसीटीवी प्रणाली,महिला कोचों में अनधिकृत यात्रियों के खिलाफ नियमित अभियान आदि भी लागू किए जा रहे हैं।
ऑपरेशन ‘नन्हे फरिश्ते’
आरपीएफ ने अपने परिवार से कई कारणों से खोए हुए या बिछड़े हुए बच्चों को फिर से मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इस कड़ी में आगरा मंडल आरपीएफ ने अप्रैल 22 से मार्च 23 तक 182 लड़कों और 95 लड़कियों को बचाया गया।
ऑपरेशन ‘मिशन रेल सुरक्षा’
रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और रेलवे संपत्ति से जुड़े अपराध के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए (अप्रैल 22 से मार्च 23) तक 63 केसों मे शामिल 108 लोगों को गिरफ्तार कर चोरी किये गई रेलवे संपत्ति से 04 लाख रुपए की वसूली के साथ गिरफ्तार किया।
ऑपरेशन ‘दूसरा’
आरपीएफ ने ट्रेनो में अनाधिकृत विक्रेता, हॉकर्स, वेंडर्स के खिलाफ अभियान चलाया जिसमें (अप्रैल 22 से मार्च 23) तक 2238 लोगों को गिरफ्तार कर रु. 27 लाख जुर्माना वसूला गया।
ऑपरेशन ‘यात्री सुरक्षा’
आरपीएफ द्वारा यात्रियों कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 139 रेल मद्दद के तहत यात्री अपराध और आपातकालीन प्रतिक्रिया कि रोकथाम करते हुए (अप्रैल 22 से मार्च 23)तक 46 मामले दर्ज कर 75 व्यतियों को गिरफ्तार किया गया जिनसे लगभग 34 लाख रु बरामद किए गए।
ऑपरेशन ‘अमानत’
अप्रैल 22 से मार्च 23 के दौरान, आरपीएफ ने 48 लाख से अधिक मूल्य के सामान को उचित सत्यापन के बाद यात्रियों को वापस कर दिया। आरपीएफ ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत यात्रियों के लिए यह सेवा कर रहा है।
ऑपरेशन ‘समय पालन’
आरपीएफ द्वारा यात्रियों की सुरक्षा एवं समय को ध्यान मे रखते हुए ट्रेनों में एसीपी करने वालों के विरुद्ध उचित कारवाई करते हुए अप्रैल 22 से मार्च 23 के दौरान 2297 व्यक्ति गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए लगभग 14 लाख रु का जुर्माना वसूला गया है।
ऑपरेशन ‘नारकोस’
आरपीएफ ने ऑपरेशन नारकोस के तहत नशीले पदार्थों के खिलाफ अप्रैल 22 से मार्च 23 के दौरान कार्रवाई करते हुए 36 केसों से 472 किलोग्राम गाँजा लगभग (52 लाख रु) कि लागत थी जिसमे 40 व्यक्ति गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्यवाही की गई।आरपीएफ लगातार मदद की जरूरत वाले व्यक्तियों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, बीमार लोगों, गर्भवती महिलाओं, दिव्यांग व्यक्तियों और महिला यात्रियों को मानवीय दृष्टिकोण के साथ सहायता प्रदान कर रहा है।