एल एस बघेल, आगरा 25 जून। ताजनगरी वासियों को एक बहुत बड़ी उपलब्धि जल्द मिलने जा रही है। देश को आजाद हुए पूरे 77 साल हो गये हैं। तब तक ताज नगरी एक निजी मेडिकल कालेज से वंचित रहा है। हालांकि यहां पर सरकारी मेडिकल कालेज जो कि सरोजिनी नायडू के नाम पर है, वह तो बहुत पुराना है। एस एन मेडिकल कालेज की स्थापना 1854 में आगरा में हुई थी। तब इसे देश के तीन श्रेष्ठ मेडिकल स्कूल में से एक माना जाता था। लेकिन निजी मेडिकल कालेज अभी तक यहां नहीं बना। जबकि पड़ोसी जनपद टूंडला, फिरोजाबाद में एफ एच कालेज और कान्हा की नगरी मथुरा में केडी मेडिकल कालेज पहले से ही चल रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय शहर ताजनगरी इस सुविधा से अभी तक वंचित चल रहा है। अब आकर पुष्पांजलि ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस द्वारा आगरा में पहला मेडिकल कालेज खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं। उसके लिये उन्होंने जेपी एक्सप्रेस वे और लखनऊ एक्सप्रेस वे को जोड़ते हुए जमीन की तलाश पूरी कर ली है। रमांडा होटल के आसपास के क्षेत्र में एक बड़ा मेडिकल कालेज लगभग सौ वर्ग गज जमीन में बनाया जाना प्रस्तावित है। इसकी जानकारी स्वयं पुष्पांजलि ग्रुप के चेयरमैन डा. वीडी अग्रवाल ने अनौपचारिक बातचीत में इस संवाददाता को दी। उन्होंने कहा यह मैं आधिकारिक रूप से नहीं बता रहा हूं। परंतु यह फिलहाल केवल एक प्रस्ताव मात्र है। उन्होंने इतना जरूर कहा कि ताजनगरी का यह मेडिकल कालेज वृहद स्तर पर खोला जाएगा। प्रयास किये जाएंगे कि इसे चिकित्सा विश्वविद्यालय का रूप दिया जा सके।
अभी तक आगरा के तमाम छात्र निजी मेडिकल कालेजों में पढ़ने के लिये कर्नाटक अथवा केरल आदि प्रांतों में जाते रहे हैं। निकट भविष्य में आगरा में जब निजी क्षेत्र का यह मेडिकल कालेज खुल जाएगा तो उनको इतनी दूर नहीं जाना पड़ेगा। निसंदेह आगरा वासियों के लिये यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। हालांकिवैसे तो इन निजी मेडिकल कालेजों में पढ़ाई इतनी महंगी होती है कि गरीब तबके के लोग तो सोच भी नहीं सकते लेकिन जो सक्षम हैं, उनको निजी चिकित्सा कालेज में पढ़ने का जरूर अवसर मिल सकेगा।