गौशालाओं के निकट लगाए जाए छायादार वृक्ष, वृक्षारोपण कार्यक्रम में जन सहभागिता की जाए सुनिश्चित – जिलाधिकारी

Press Release उत्तर प्रदेश

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला पयार्वरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति एवं जिला वेटलैण्ड समिति तथा जिला गंगा समिति की बैठक हुई आयोजित।

 

आगरा 23.05.2025/आज जिलाधिकारी  अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में जिला पयार्वरण समिति, जिला वृक्षारोपण समिति एवं जिला वेटलैण्ड समिति तथा जिला गंगा समिति की बैठक का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। बैठक में जिलाधिकारी  द्वारा वर्ष 2024-25 में रोपित पौधों की जीवितता सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा, सिंचाई एवं समुचित रख-रखाव करने के निर्देश दिये गये। उक्त पौधारोपण के नियमित अनुश्रवण हेतु समस्त विभाग नोडल अधिकारी नामित करें। प्रत्येक  विभाग के नोडल अधिकारी द्वारा स्थलवार वृक्षारोपण गणना पंजिका संधारित की जाये, जिसमें रोपित पौधों के प्रजातिवार विवरण के साथ-साथ जीवित पौधों की गणना का विवरण भी अद्यतन कर संधारित किया जाये।
बैठक में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एन0जी0टी0) से सम्बन्धित मुद्दों की समीक्षा की गयी। बैठक में पयार्वरणीय समस्याओं और एन0जी0टी0 द्वारा दिये गये निदेर्शों पर विस्तृत चर्चा की गयी। ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन, वायु एवं जल प्रदूषण नियंत्रण तथा वन संरक्षण जैसे विषयों पर प्रगति की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वह एन0जी0टी0 के आदेशों का समयबद्ध अनुपालन सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी  ने वर्षाकाल 2025 में पौधारोपण कायर्क्रम में सफलतापूवर्क क्रियान्वयन हेतु अन्य विभागों द्वारा वृक्षारोपण कार्य योजना बनाकर एक सप्ताह के अन्दर सामाजिक वानिकी प्रभाग कायार्लय में उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि 2025-26 में अन्य विभागों द्वारा आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष स्थल चयन कराकर गड्ढा खुदान कराया जाना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी महोदय ने गौशालाओं के निकट छायादार वृक्ष लगाने हेतु मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निदेर्शित किया। प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग ने बताया कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप प्रदेश में 35 करोड़ पौधारोपण अभियान को सफल बनाने हेतु समस्त विभागों, जनप्रतिनिधियों एवं आम जनमानस के द्वारा बढ़ चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया।

जिला गंगा समिति, आगरा की समीक्षा बैठक में गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के संरक्षण हेतु ठोस रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह निणर्य लिया गया कि विद्यालयों, महाविद्यालयों और सामाजिक संस्थानों को जल एवं जैव विविधता संरक्षण से जोड़ने हेतु जन-जागरूकता कायर्क्रम, शैक्षणिक गतिविधियाँ और संवाद सत्र आयोजित किए जायेगें। बैठक में यह भी स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया कि आगरा जनपद की सहायक नदियों (किबाड़ नदी, खारी नदी, करबन नदी, पावर्ती नदी) के पुनजीर्वन एवं संरक्षण की दिशा में विशेष प्रयास किए जायेगें। समिति ने इन नदियों के प्राकृतिक प्रवाह को बनाए रखने, प्रदूषण नियंत्रण, वृक्षारोपण और जन सहभागिता को अभियान के मुख्य स्तंभों के रूप में स्वीकार किया। बैठक में सभी प्रतिभागियों द्वारा यह साझा विचार प्रस्तुत किया कि केवल गंगा ही नहीं, बल्कि उसकी प्रत्येक सहायक नदी भी हमारी सांस्कृतिक और पारिस्थितिक धरोहर का अभिन्न अंग है, जिसे बचाने के लिए समग्र और सतत प्रयास आवश्यक हैं।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग  आदर्श कुमार, तकनीकी विशेषज्ञ के सी जैन, सामाजिक प्रतिनिधि श्री दीपक ढल जी सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण आदि उपस्थिति रहे।

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