एल एस बघेल, आगरा, 8 नवंबर । रोजगार के अभाव में हमारी खेल प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं । ये कहना है भारतीय महिला फुटबाल टीम की सदस्य रहीं बनारस की पिंकी कुमारी का । वे यहां आगरा के एकलव्य स्टेडियम में यूपी सीनियर महिला फुटबाल टीम के प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रही हैं।
बुधवार को अभ्यास सत्र के दौरान इस संवाददाता से बातचीत में पिंकी ने कहा कि वे वर्ष 2012-13 में भारतीय महिला फुटबाल टीम की सदस्य थीं। उस दौरान वे एशियन वूमैन फुटबाल चैंपियनशिप में हिस्सा लेने श्रीलंका गयी थीं। तब भारतीय टीम को इस प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था । उजबेकिस्तान की टीम विजेता बनी थी। भारतीय टीम के तीसरे स्थान पर रहने का कारण पिंकी ने बताया कि हमारी खिलाड़ियों का उस दौरान माइंडसेट नहीं हो पाया था। इस कारण से तीसरे स्थान पर रह गयी थीं। कानपुर की सपना झा तत्कालीन टीम की कप्तान थीं । तब से वे भारतीय फुटबाल टीम में आने के लिए संघर्ष कर रही हैं। हालांकि पिंकी कहना है कि एक बार उनको बताया गया था कि उनका चयन भारतीय टीम में हुआ था। लेकिन समय रहते सूचना नहीं मिल पायी थी।
25 वर्षीय पिंकी कुमारी बेबाकी से कहती हैं कि भारतीय महिला फुटबाल टीम में जब यूपी बिहार की खिलाड़ियों का चयन का नंबर आता है तो पता नहीं क्या हो जाता है। जबकि मणिपुर, मिजोरम और बंगाल की खिलाड़ियों को वरीयता दी जाती है। हालांकि खेल के मामले में यूपी की खिलाड़ी किसी से कम नहीं हैं। पिकी कुमारी का कहना है कि खेल प्रतिभाएं रोजगार के अभाव में दम तोड़ रही हैं। सरकार को खिलाड़ियों को और अधिक नौकरी देनी चाहिए। जिससे कि वे और अच्छा खेलकर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें।यूपी के कैंप के बारे में उन्होंने कहा कि यहां सारी खिलाड़ी अच्छी हैं। 24 नवंबर से गाजियाबाद में होने वाले सीनियर नेशनल महिला फुटबाल टूर्नामेंट में यूपी की टीम अच्छा प्रदर्शन करेगी। आगरा में शिविर के दौरान उन्हें अच्छी सुविधा मिल रही हैं। साथ ही अभ्यास करने का अच्छा अवसर मिल रहा है।