265 करोड़ रुपये की लागत से गंगाजल वितरण का प्रबन्धतन्त्र तैयार करने की योजना बनाई

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आगरा, 8 अप्रैल।   मंत्री उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी इलेक्ट्रोनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, उ0प्र0  योगेन्द्र उपाध्याय  द्वारा आज  कैबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास सेवापुष्टाहार विभाग, उ0प्र0 श्रीमती बेबी रानी मौर्य तथा  विधायकपुरूषोत्तम खण्डेलवाल,  विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे, भाजपा जिलाध्यक्ष  गिर्राज कुशवाहा की उपस्थिति में सर्किट हाउस में शहर के विकास कार्यों के सम्बन्ध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि शहर को क्षेत्रफल व जनसंख्या की दृष्टि से 400 एम0एल0डी0 पेयजल की आवश्यकता थी, लेकिन जल संस्थान 100 एम0एल0डी0 आपूर्ति कर रहा था। जिससे आगरा में वर्षों से पेयजल समस्या चली आ रही थी तथा आगरा की जनता पेय जल की समस्या से पीड़ित थी। हमारे प्रयासों से जनवरी 2019 में प्रधानमंत्री श्री मोदीजी द्वारा मुख्यमंत्री श्री योगी जी की उपस्थिति में गंगाजल प्रोजेक्ट का बटन दबाकर शुभारम्भ किया गया ।गंगा मईया के जल को जमुना मईया में मिलाया गया। उन्होंने आगे बताया कि तब आगरा शहर में प्रतिदिन 350 एम.एल.डी. (मिलियन लीटर पर डे) गंगाजल मिलने लगा, जिससे आगरा की जनता की पेयजल आवश्यकता की पूर्ति हुई। जिसका परिणाम यह रहा कि आज पवित्र गंगाजल यहां की जनता दूर-दूर से लाकर पूजा स्थल पर रखती थी, क्षेत्रीय जनता के घरों में गंगाजल आ रहा है। अब गंगाजल के आने से आगरा के जलसंस्थान को पर्याप्त पेयजल की उपलब्धता है।
उन्होंने प्रेस वार्ता में अपनी उपलब्धि को बताते हुए कहा कि गंगाजल प्रोजेक्ट के पूर्व ही मैंने तत्कालीन समय आगरा दक्षिण विधानसभा और आगरा उत्तरी विधानसभा के उन भागों में जहां पेयजल वितरण का कोई प्रबन्ध जलकल विभाग द्वारा किया ही नही जाता था, उन स्थानों पर प्रबन्धतन्त्र खड़ा करने के लिए तत्कालीन समय में लगभग 185 करोड़ रूपये की लागत से एक परियोजना स्वीकृत कराई, जिसके अन्तर्गत 07 ओवरहेड टैंक, 04 सी. डब्ल्यू आर 04 पम्पिंग स्टेशन और मैन राईजिंग लाईन तथा घर-घर लाईन बिछाने हेतु लगभग 180 किमी० पाईप लाईन बिछाने का प्रोजेक्ट तैयार किया गया जो लगभग पूर्णता की ओर है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर आगरा छावनी विधानसभा क्षेत्र के बुन्दूकटरा, गोपालपुरा, मधुनगर और निकटवर्ती क्षेत्रों के लिए अटल नवीकरण और शहरी रूपान्तरण मिशन-20 (अमृत-20) के अन्तर्गत आगरा में नगर निगम आगरा पेयजल पुनर्गठन योजना (बुन्दू कटरा जोन)“ से सम्बन्धित परियोजना उत्तर प्रदेश जलनिगम (नगरीय) द्वारा तैयार किया गया है, जल्द ही वहां भी गंगाजल पेयजल के रूप में उपलब्ध होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री मा० योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा ली गई विशेष दिलचस्पी से आगरा के क्षेत्र में जन-जन तक गंगाजल पहुँच सके इस हेतु लगभग 265 करोड़ रूपये की लागत से गंगाजल वितरण का प्रबन्धतन्त्र तैयार करने की योजना बनाई गई और जिसके द्वारा बुन्दूकटरा जोन के स्थानीय निवासियों को 80 एम.एल.डी. गंगाजल प्रतिदिन उपलब्ध हो सकेगा। यह परियोजना समस्त आवश्यक अधिनियमों में निहित प्रावधान के अनुरूप बनायी गई है। ताज ट्रेपेजियम जोन प्रदूषण (निवारण तथा नियन्त्रण) प्राधिकरण से भी अनुमति प्राप्त कर ली गई है। इस योजना के अन्तर्गत फीडर मेन, भूमिगत जलाशय, राईजिंग मेन, वितरण प्रणाली, पम्पिंग सेट, स्टाफ क्वार्टर, मीटर रूम, पैनल रूम, क्लोरीनेशन रूम, स्काडा सिस्टम कार्य कराये जायेंगे।
खाकपति से खरबपति तक को पानी चाहिए। जिस हेतु एक हजार करोड़ रू0 की पेयजल की व्यवस्था बनाई जा रही है। पेयजल पाइप लाइन के लीकेज के प्रश्न पर उन्होंने जल निगम के अधिकारियों को तत्काल लीकेज रोकथाम के प्रभावी उपाय करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम हेतु जल्द ही धनराशि अवमुक्त करायी जायेगी, जिससे कि समयवद्ध उसका निर्माण पूर्ण किया जा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि जहां शिवाजी को कैद किया गया था, वहां भी भव्य स्मारक बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।  शीघ्र ही उ0प्र0 के विश्व विद्यालयों में नीदरलैण्ड, रूस इत्यादि देशों से एम0ओ0यू0 कर फैकल्टी की स्थापना की जायेगी, जिससे वंचित वर्ग के बच्चे भी विदेश के विश्व विद्यालयों की पढाई व डिग्री ले सकें। उन्होंने नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब शिक्षा को संस्कार, रोजगार, संस्कृति व तकनीकी के साथ जोड़े जाने का प्रयास किया जा रहा है तथा पाठ्यक्रम भी नई शिक्षा नीति के आधार पर बनाया जा रहा है। यह नीति देश की मिट्टी व प्रकृति व संस्कृति से जुड़ी हुई है, इसमें आक्रांता का महिमामण्डन वर्णन न होकर देश के महापुरूषों के बारे में बताया जायेगा। अन्त में  मंत्री जी ने  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं  मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के प्रति कृतज्ञता जताते हुए कहा कि उन्होने आगरा के अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति की प्रथम आवश्यकता पेयजल आपूर्ति के लिए गंगाजल प्रोजेक्ट में केन्द्रांश और राज्यांश को उपलब्ध कराकर आगरा की जनता का विशेष कार्य पूर्ण कराया है।

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