शुक्रवार के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करें, जिसमें अधिकतर बृज से जुड़े कलाकारों को अवसर दिया जाए

Press Release उत्तर प्रदेश

मण्डलायुक्त श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में आगरा विकास प्राधिकरण की 148वीं बोर्ड बैठक हुई संपन्न

आगरा. 24 मई 2025. आज शनिवार को आयुक्त कार्यालय के लघु सभागार में मण्डलायुक्त श्री शैलेन्द्र कुमार सिंह जी की अध्यक्षता में आगरा विकास प्राधिकरण की 148वीं बोर्ड बैठक संपन्न हुई। बोर्ड बैठक में सर्वप्रथम विगत बोर्ड बैठक में लिए गये निर्णय के अनुपालन की समीक्षा की गयी। प्राधिकरण उपाध्यक्ष द्वारा अवगत कराया गया कि आगरा इनर रिंग रोड़ के दूसरे चरण का कार्य प्रगति पर है। लगभग 30 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। मेहताब बाग, ग्यारह सीढ़ी पर नीरी से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार 23 मई को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयुक्त ने निर्देश दिए प्रयास करें कि विशेषकर शुक्रवार के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाए जिसमें अधिकतर बृज से जुड़े कलाकारों को अवसर दिया जाए। ताजनगरी फेस-2 योजना में निर्मित 488 दुर्बल आय वर्ग आवासों के स्ट्रक्चल सेफ्टी के संबंध में रूड़की आई.आई.टी द्वारा स्थल निरीक्षण कर लिया गया है। आगामी सप्ताह में रिपोर्ट देने का आश्वासन दिया है।

तत्पश्चात बोर्ड बैठक में विभिन्न प्रस्ताव रखे गए। विस्तृत चर्चा के बाद मण्डल आयुक्त द्वारा निम्नलिखित प्रस्तावों को स्वीकृति/अनुमोदन प्रदान किया गया- – आगरा विकास प्राधिकरण की प्रस्तावित अटलपुरम-ककुआ भांडई आवासीय योजना में सार्वजनिक सुविधाओं/व्यावसायिक हेतु निर्धारित भूखण्ड पर कन्वेंशन सेन्टर के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया। संबंधित एजेंसी द्वारा बैठक में कन्वेंशन सेंटर कम होटल काॅमप्लेक्स की मल्टीमीडिया प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पूरी जानकारी दी गयी। कन्वेंशन सेंटर तीन मंजिला बनाया जाएगा। जिसमें हाॅल, मीटिंग रूम, वीआईपी लाउंज, एडमिन ऑफिस और पार्किंग होगा। बैंकट हाॅल के रूप में दूसरी बिल्डिंग बनाई जाएगी। यह भी तीन मंजिला होगी। इसमें एक बड़े ऑडिटोरियम, दो हाॅल और वीआईपी टाॅप फ्लोर होगा। इसके अलावा एक फाइव स्टार होटल भी बनाया जाएगा। इस बहुमंजिला होटल में लगभग 500 कमरें होंगे। प्रस्ताव पर हुई चर्चा के क्रम में कई सुझाव रखे गये। सुझावों और नियमों के अनुसार ही कन्वेंशन सेंटर बनाए जाने हेतु आयुक्त द्वारा प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गयी और फाइनल डीपीआर बनाकर प्रस्तुत करने को कहा।

– चन्द्रशेखर आजाद पार्क में प्रस्तावित स्काई डाईनिंग प्रोजेक्ट को निक्षेपित कराये जाने के संबंध में प्रस्ताव रखा गया। कई बार आरएफपी आमंत्रित किए जाने के बावजूद कोई भी बिड प्राप्त नहीं होने पर इस प्रोजेक्ट को निक्षेपित किए जाने हेतु प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया।  भारत सरकार की अमृत योजना के अन्तर्गत आगरा महायोजना-2031 के अन्तर्गत जोनल प्लान्स तैयार किये जाने के संबंध में रखे गये प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया।

– आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा ग्राम-एत्मादपुर मदरा की भूमि पर पूर्व में प्रस्तावित कन्वेंशन सेन्टर के स्थल परिवर्तन के फलस्वरूप उक्त भूमि (क्षेत्रफल 8.963 है०) को बल्क में विकय किये जाने के संबंध में प्रस्ताव रखा गया। अटलपुरम टाउनशिप योजना, ग्वालियर रोड़ में कन्वेंशन सेंटर के निर्माण से संबंधित प्रस्ताव अनुमोदित होने के कारण उक्त प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी।

– मै० वी.एन. हॉस्पीटल्स आगरा प्रा०लि० द्वारा भूखण्ड संख्या-04, प्रकाश एन्कलेव, मौजा नगलापदी, एन.एच.-2, हरीपर्वत वार्ड, आगरा पर बाजार स्ट्रीट उपयोग से नर्सिंग होम उपयोग हेतु भू-उपयोग परिवर्तन हेतु प्रस्ताव रखा गया। इसमें आवेदक द्वारा प्रस्तुत किए गये मानचित्र का गठित तीन सदस्यीय द्वारा परीक्षण किया गया तथा भू-उपयोग परिवर्तन का प्रस्ताव विधिसम्मत पाया गया। चर्चा उपरांत प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी।

– भारत सरकार की स्कीम फाॅर स्पेषल असिसटेंस टू स्टेट फाॅर कैपिटल इनवेस्टमेंट 2024-25 की गाइड-लाइन्स में वर्णित रिफार्म्स को लागू कराये जाने हेतु भवन निर्माण एवं विकास उपविधि-2008 (यथासंशोधित) के प्रस्तर-3.5.1 प्रस्तर-3.4.4 एवं प्रस्तर-1.2 में संशोधन के संबंध में प्रस्ताव रखा गया। प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया।

– आगरा विकास प्राधिकरण के क्षेत्रान्तर्गत स्थित ग्वालियर रोड (राष्ट्रीय राजमार्ग-44) पर स्थित ग्राम-ककुआ, भांडई का कुल क्षेत्रफल 138.53 है० पर सुनियोजित विकास किये जाने हेतु प्रस्तावित अटलपुरम टाउनशिप के संशोधित ले-आउट की स्वीकृति के संबंध में प्रस्ताव रखा गया। विस्तृत चर्चा के बाद आयुक्त द्वारा प्रस्ताव को स्वीकृति दी गयी।

बैठक के अंत में बोर्ड सदस्य  शिवशंकर शर्मा  द्वारा भवन निर्माण हेतु प्राधिकरण द्वारा भवन स्वामी से ऐसी अनावश्यक एनओसी मांगे जाने की समस्या रखी गयी जिसका प्राधिकरण से कोई लेना देना नहीं होता। इस संबंध में आयुक्त  द्वारा निर्देश दिए गये कि जिन एनओसी का कोई औचित्य नहीं है, वह नहीं लिए जाएं। निर्धारित समय में आवेदक को एनओसी जारी की जाए। वहीं ज्यादा से ज्यादा कितने समय में आवेदक को एनओसी मिल जाए अथवा एनओसी जारी नहीं करने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही हो इस हेतु व्यवस्था बनाई जाए।

बैठक में जिलाधिकारी  अरविंद मलप्पा बंगारी , उपाध्यक्ष श्रीमती एम. अरून्मौली , सचिव श्रीमती श्रद्धा शांडिल्यायन , संयुक्त आयुक्त उद्योग  अनुज कुमार, आवास एवं विकास परिषद अधीक्षण अभियन्ता  अतुल कुमार सिंह, सहयुक्त नियोजक श्रीमती स्मिता निगम आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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