उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति  एवं निर्यात प्रकिया पर कृषक उत्पादक संगठनों की एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न

Press Release उत्तर प्रदेश स्थानीय समाचार

आगरा, 20 फरवरी। संयुक्त कृषि निदेशक आगरा मण्डल  की अध्यक्षता में के०वी०के० बिचपुरी आगरा के सभागार में उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति, 2019 एंव निर्यात प्रकिया पर कृषक उत्पादक संगठनों की एक दिवसीय कार्यशाला दिनांक 20.02.2024 को आयोजित की गई। जिसमें आगरा मण्डल के आलू उत्पादन एंव आलू विपणन से सम्बन्धित एफ०पी०ओ०/एफ०पी०सी० ने प्रतिभाग किया। जिसमें सर्वप्रथम सहायक कृषि विपणन अधिकारी आगरा मण्डल डा0 दिनेश चन्द्र द्वारा बताया गया कि नीति में संशोधन कर क्लस्टर के लिये 50 है० क्षेत्रफल के लिये पूरे विकास खण्ड को इकाई मान लिया गया है तथा परिवहन सब्सिडी हेतु वायु मार्ग एवं जल मार्ग से निर्यात करने पर 10 रूपये प्रति किलोग्राम या किराया भाडे का 25 प्रतिशत या जो कम हो और अधिकतम 10 लाख रूपया प्रति निर्यातक/फर्म प्रत्येक वर्ष देय होगा। और रेल/सडक मार्ग से निर्यात करने पर 5 रूपये प्रति किलोग्राम या किराया भाडे का 25 प्रतिशत या जो कम हो और अधिकतम 10 लाख रूपया प्रति निर्यातक/फर्म प्रत्येक वर्ष देय होगा। एफ०पी०ओ०/एफ०पी०सी० को निर्यात प्रारम्भ करने की प्रकिया जिसमें सर्वप्रथम कम्पन्नी स्थापित करना, आई०ई०सी०आर०सी०एम०सी० लाईसन्स, पैन कार्ड एंव अर्थराइज्ड डीलर कोड बैंक में एकाउन्ट तथा प्रति कन्साईमेंट में किन-2 प्रपत्रों की आवश्यकता होगी यथा Shipping bill, bill of lading, commercial invoice, packing list आदि 13 अन्य जरूरी प्रपत्र के बारे में विस्तार से बताया साथ ही निर्यात सम्बन्धित महत्वपूर्ण वेबसाइट जैसे ICEGATE, APEDA, DGFT, CUSTOMS WEBSITE, TRADE INDIA आदि से निर्यात सम्बन्धी सूचना प्राप्त करने सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।

कार्यशाला में उपस्थित उप निदेशक उद्यान धर्मपाल यादव आगरा द्वारा बताया गया कि आलू निर्यात आगरा मण्डल से किया जा सकता है किन्तु टी०एस०एस० कम होने तथा डिजीज फी न होने के कारण निर्यात में समस्या आती है जिसके निवारण हेतु सर्व किये जाना प्रस्तावित है एंव आलू की पैदावार बढ़ाने और निर्यात सम्बिन्धित विषय में जानकारी दी गयी। तत्पश्चात उपस्थित उपनिदेशक पौध संरक्षण ने बताया कि आलू की फसल में कीट/रोग की रोकथाम कैसे की जाये। के०यी०के० प्रधान वैज्ञानिक डा० राजेन्द्र चौहान ने अच्छी कृषि पद्धतियों (GAP) एवं गुणवता के मानक के सम्बन्ध में बताया गया। सिद्ध विनायक आलू निर्यातक श्री सतेन्द्र सिंह ने आलू का निर्यात में की जाने वाली वैरायटी जैसे एल०आर०, सैटाना आदि के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी और एफ०पी०ओ० उक्त प्रजातियों कि पैदावार करने के सम्बन्ध में बताया गया। जिससे किसान अपने आलू का निर्यात कर सकें। निर्यातक एडेप्ट इम्पेक्स प्रा०लि० श्री राहुल गुप्ता ने सूखे फूल, तुलसी आदि के निर्यात के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। श्री अरविन्द कुमार अरौड़ा विश्व बैंक पूना के प्रतिनिधी ने Farm mechanization and custom hiring center के बारे में जानकारी दी गयी। ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक, आगरा श्री नीलेश चतुर्वेदी ने अवगत कराया कि जनपद आगरा से कृषि जिन्स बाजरा, सरसों, गेंहू को कृषि निर्यात नीति के अनुलग्नक-1 में जोडने सम्बन्धित प्रस्ताव फाइल जिला अधिकारी महोदय, आगरा के समक्ष प्रस्तुत कर दी गयी है। शीघ्र ही बाजरा, आलू का क्लस्टर बनवाया जायेगा।

कार्यशाला में उप निदेशक उद्यान,  धर्मपाल यादव, उपनिदेशक पौध संरक्षण  श्रीदेव शर्मा, प्रभारी के०वी०के० प्रधान वैज्ञानिक डा० राजेन्द्र सिंह चौहान, निर्यातक एडेप्ट इम्पेक्स प्रा०लि० राहुल गुप्ता, सिद्ध विनायक आलू निर्यातक सतेन्द्र सिंह, डा. दिनेश चन्द्र सहायक कृषि विपणन अधिकारी आगरा मण्डल आगरा, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक नीलेश चतुर्वेदी, मण्डल के चारों जनपदो के एफ०पी०ओ० एफ पी०सी० एंव मण्डल के अन्य जनपदों के ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक एंव विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।

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