वर्षा ऋतु में जनपद के समस्त नागरिकों से वृक्षारोपण करने हेतु की अपील
आगरा-05.06.2024/ उप निदेशक उद्यान धर्म पाल यादव ने अवगत कराया है कि “विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर धरती माता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने, भूमि पुनरुद्धार, मरूस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता के प्रति लोगों में जागरूकता लाये जाने हेतु राजकीय उद्यान, पं. मोतीलाल नेहरू पार्क, आगरा में पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डा० मुकुल पाण्डया द्वारा तेजी से बढ रहे रेगिस्तान जो एक चिन्ता का विषय है, के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक बताया गया कि आगरा में सालिड पार्टिकल मैटर (एस.पी.एम.) का स्तर बढ़ रहा है तथा हरियाली के कम होने के कारण मिट्टी का कटाव व धूल के तूफानों को बढ़ाता है, जिससे हवा की गुणवत्ता खराब होती है तथा गम्भीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा होते है। आगरा में स्थित विश्व धरोहर ताजमहल खराब पर्यावरण का सामना कर रहा है, क्योंकि एस.पी.एम. के बढ़ते स्तर से भारत की विश्व धरोहरों और मानव स्वास्थ्य को खतरा बढ़ रहा है, इसलिये रेगिस्तान से निपटने के लिये पुनर्वनीकरण (वृक्षारोपण) हेतु लोगों को जागरूक किया जाय, और इस वर्ष वर्षा ऋतु के जनपद के सभी नागरिकों से वृक्षारोपण करने हेतु अपील की गयी।
बृज खण्डेलवाल द्वारा वर्तमान में बढ रहे तापमान, यमुना नदी के प्रदूषण, प्रभावी वृक्षारोपण न होने पर चिंता व्यक्त की। उनके द्वारा बताया गया कि यमुना नदी में बढ रहे प्रदूषण को रोकने हेतु सरकार को प्रभावी कदम उठाने होंगे तथा प्रभावी वृक्षारोपण करने के लिये सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डा० धर्म पाल यादव, उप निदेशक उद्यान, आगरा मण्डल, आगरा द्वारा पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले प्रमुख कारणों पर चर्चा की। उनके द्वारा बताया गया कि पालीथिन के अधिक प्रयोग से प्रदूषण का स्तर बढ रहा है, पालीथिन के कारण जल निकास के लिये बनी नालियों/पाइप बन्द हो रहे हैं तथा भूमि/तालाब में पालीथिन बढ़ने से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। प्रमुख रूप से पालीथिन के प्रयोग को रोकने की अपील की गयी।कार्यक्रम में डा. मानसी रे, श्रीमती लवली कथूरिया, श्रीमती डाली मदान एवं कर्नल ब्राइट लैण्ड पब्लिक स्कूल के श्री रावत, प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह चाहर, उप प्रधानाचार्य व उनके विद्यालय के छात्र-छात्राओं, स्टाफ तथा उद्यान विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।