आगरा। महानगर में बिना अनुमति लगाये गये किसी भी प्रकार के विज्ञापन पटों को संचालित नहीं होने दिया जाएगा। अवैध रुप से लगाये गये होर्डिंग को हर हाल में नगर निगम में रजिस्टर्ड कराना होगा। यह जानकारी नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने देते हुए बताया कि कुछ लोगों ने अनमुति के सापेक्ष अधिक संख्या में विज्ञापन पट लगा रखे हैं। ऐसी विज्ञापन कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर निगम टैक्स वसूली की कार्रवाई करेगा।
रुफटाप होर्डिग्स की संचालन कर्ता कंपनियों से स्टक्चरल एबिलिटी प्रमाणपत्र मांगा गया है। न देने पर होर्डिग्स को अवैध करार दे दिया जागा। इस दौरान होर्डिग गिरने की वजह से अगर कोई हादसा होता है तो उसके लिए विज्ञापनकर्ता फर्म पूरी तरह से जिम्म्ेादार होगी। सभी होर्डिग्स का सर्वे करा लिया गया है।
पोलों पर लगाये गये सौ से अघिक क्योस्क हटाए गये–
विभिन्न कोचिंग संस्थानों की ओर सड़क किनारे पोलों पर छोटे छोटे विज्ञापन पट अनुमति से अधिक संख्या में लगा दिये गये हैं। इनमें भी कई की ओर से तो नगर निगम से अनुमति नहीं ली गई है। सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम ने बताया कि इस प्रकार के लगभग एक सैकड़ा विज्ञापन पटों को हटा कर जब्त कर लिया गया है। इन्हें नोटिस भी जारी किये जा रहे हैं। विधिक कार्रवाई के साथ ही अवैध होर्डिग्स लगाने वाली फर्मों को ब्लेक लिस्टेड किया जाएगा।
विज्ञापन एजेंसियों के प्रतिनिधि सहायक नगरायुक्त से मिले–
निगम की कार्रवाई से हलकान विज्ञापन ऐजेंसियों के स्वामियों का एक प्रतिनिधिमंडल सहायक नगर आयुक्त से मिला। उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उनका कहना था कि केवल अवैध होर्डिग्स ही हटाये जाएं। कार्रवाई की आड़ में सही विज्ञापनकर्ताओं को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जबकि वे निगम को एडवांस में टैक्स जमा करा चुके हैं। इस पर सहायक नगरायुक्त ने वैध विज्ञापनों से किसी प्रकार की छेड़छाड़ न करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में मु्रगलआर्ट एडवारटाइजिंग के राजीव हारुन कुरैशी ,फ्रेंक एडवराटाइजिंग से अमरेश नाथ,शंकर एडवरटाइंिजंग से सचिन रोहरा, अग्रवाल एडवरटाइजिंग से गौरव अग्रवाल, के अलावा जागरण इंगेज से हिमांशु गुप्ता थे।