आगरा, 24 जनवरी। आईजीआरएस से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में अधिकारियों के द्वारा कोताही बरती जा रही है। जांच के बाद ऐसे कई मामले प्रकाश में आये हैं जिनमें संबंधित अधिकारियों ने निस्तारण रिपोर्ट लगा दी जबकि जब पीड़ित से फीडबैक लिया गया तो मामला उलटा निकला। ज्यादातर लोग समस्या के निस्तारण से संतुष्ट नहीं थे। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने लापरवाह कर्मियों पर सख्त एक्शन लेने के निर्देश अपर नगर आयुक्त एवं वरिष्ठ प्रभारी आई जी आर एस प्रकोष्ठ सुरेंद्र प्रसाद यादव को दिये हैं। अपर नगर आयुक्त ने पांच एस एफ आई को कारण बताओ नेाटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिये हैं। नोटिस का जवाब नियत अवधि में न देने पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है।
केस एक—
पूर्वी नरायच एत्माउद्दौला के रहने वाले पंकज कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके मोहल्ले में एक साल से नाली की सफाई नहीं हुई है। गंदा पानी रोड पर भर रहा है। समस्या के निसतारण की जिम्मेदारी एस एफ आई अभय सिंह को दी गई थी। एस एफ आई द्वारा अपनी निस्तारण आख्या पोर्टल पर दर्ज करने के लिए प्रेषित कर दी गई लेकिन जब आई जी आर एस प्रकोष्ठ के द्वारा इस संबंध में शिकायतकर्ता से फीडबैक लिया गया तो बताया गया सफाई करा दी गयी है परन्तु सिल्ट का उठान नहीं कराया गया है।
केस दो—
नगला पदी निवासी नरेंद्र सिंह की भी उपरोक्त प्रकार की ही शिकायत थी। समस्या के निस्तारण की मांग की गई थी। सी एस एफ आई चंद्रपाल को नाली की सफाई करानी थी। सी एस एफ आई ने तय समय में अपनी निस्तारण आख्या प्रेषित कर दी लेकिन जब निस्तारण आख्या की जांच करने के लिए शिकायतकर्ता से बात की गई तो पता चला कि शिकायती पत्र में वर्णित स्थल पर नाली की सफाई कराई ही नहीं गयी है।
केस तीन–
जगदीश पुरा के रहने वाले राजकुमार ने भी शिकायती पत्र में कहा था कि उनके यहां पर एक माह से नाली की सफाई नहीं कराई जा रही है। गंदगी के कारण लोग परेशान हैं। इस समस्या के निस्तारण के लिए एस एफ आई संजीव उपाध्याय को जिम्मेदारी दी गयी। इन्होंने भी समस्या निस्तारण की आख्या दे दी । फीडबैक लेने पर शिकायतकर्ता ने बताया कि नाली साफ कराने के उपरांत शिल्ट का उठान नहीं किया गया है।
केस चार–
देवनगर ताजगंज के रहने वाले हरी सिंह ने मोहल्ले में नाली की सफाई न होने की शिकायत करते हुए कहा था कि इस समस्या के कारण नाला चोक हो गया है। एस एफ आई योगेंद्र कुशवाह ने इस मामले में निस्तारण आख्या प्रकोष्ठ को प्रेषित कर दी। शिकायतकर्ता से फीडबैक लेने पर पता चला कि वहां पर कोई कार्य कराया ही नहीं गया है।
केस पांच–
कालिंदी विहार निवासी दिलीप ने शिकायत की थी कि कालोनी की नाली की पिछले छह सालों से सफाई न होने से अक्सर नाली का पानी सड़कों पर आ जाता है। शिकायत निस्तारण के लिए एस एफ आई अभय कुमार को निर्देशित किया गया। उन्होंने समस्या के निस्तारण की आख्या पोर्टल पर अपलोड कर दी लेकिन जब फीडबैक लिया गया तो पता चला कि शिकायती पत्र में वर्णित स्थल पर सफाई कार्य हुआ ही नहीं।
—-गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न होने से पुनः आ रहीं शिकायतें—-
अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव द्वारा जारी किये गये कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न किये जाने से एक ही शिकयत बार बार आ रही है। ये घोर लापरवाही का द्योतक है। ऐसा क्यों हो रहा है तीन दिन में स्पष्टीकरण दें अन्यथा विभागीय कार्रवाई के लिए तैयार रहें।