जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शहरी तथा ग्रामीण) की कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई सम्पन्न।पार्षद से सम्पर्क कर उन्हें रैली में प्रतिभाग करने हेतु करें आमंत्रित, प्रत्येक वार्ड हेतु अधिकारी नामित कर तय करें जिम्मेदारी
अर्बन पीएचसी में आशाओं का औसतन भुगतान 06 हजार, विकास खण्डों में आशाओं का औसतन भुगतान 05 हजार से ऊपर
आगरा.03.12.2024/आज जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शहरी व ग्रामीण) माह नवम्बर की बैठक सम्पन्न हुई।बैठक में जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं को शासन द्वारा निर्धारित धनराशि का भुगतान की समीक्षा में बताया गया कि सामुदायिक केन्द्र बरौली अहीर, एत्मादपुर, फतेहाबाद, सैंया तथा जिला महिला चिकित्सालय व एसएन मेडिकल कॉलेज में भुगतान अभी लम्बित है, जिस पर जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिए गये कि लम्बित भुगतानों को माह के अंत तक भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाए साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि गर्भवती महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ सम्पूर्ण प्रक्रिया पूर्ण करते हुए एक सप्ताह के अन्दर भुगतान किया जाना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की समीक्षा में बताया गया कि एएनसी लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 58 हजार 814 महिलाओं को चिन्हित किया गया है, जिसमें से 826 महिलाओं को सीवीअर, एनीमिया तथा 1915 महिलाओं को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी में चिन्हित किया गया है, उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि उक्त चिन्हित महिलओं को आशा व एएनएम के माध्यम से उन पर निगरानी रखें और आवश्यक दवाओं के साथ साथ टीकाकरण भी कराया जाना सुनिश्चित करें।
बैठक में आशाओं के द्वारा किये गये कार्यों तथा उन्हें दिये जाने वाले मानदेय की समीक्षा में बताया गया कि जनपद में विकास खण्ड बरौली अहीर, बिचपुरी तथा अकोला क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर हैं, जहां आशाओं का औसतन मानदेय क्रमशः 6072, 5965, 9117 का भुगतान किया गया है। 08 विकास खण्डों में आशाओं का औसतन भुगतान 05 हजार से ऊपर है तथा विकास खण्ड पिनाहट में सबसे कम 4534 का भुगतान प्रति आशा किया गया है। उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी एमओआईसी को निर्देश दिए गये कि किसी भी स्तर पर आशाओं के मानदेय भुगतान के प्रपत्र लम्बित नहीं होने चाहिए साथ ही उन्हें शासन द्वारा संचालित उन सभी योजनाओं की भी जानकारी दी जाए, जिसको करने से वह अपने मानदेय में बढोत्तरी करें साथ ही साथ स्वास्थ्य विभाग को भी उनके कार्यों का लाभ मिले। बैठक में बताया गया कि अर्बन पीएचसी में सभी 30 अर्बन पीएचसी के अन्तर्गत कार्यरत 594 आशाओं को औसतन भुगतान 6000 से अधिक किया जा रहा है, साथ ही एमओआईसी स्लाम नगर ने बताया कि स्लाम नगर में कार्यरत सभी 17 आशाओं द्वारा टीकाकरण कार्यक्रम में भाग नहीं लिया जाता है न ही वह फोन उठाती हैं और न ही वह पीएचसी स्तर पर की जाने वाली बैठकों में भाग लेती हैं, जिसके कारण टीकाकरण कार्यक्रम बाधित होता है, उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए गये कि सम्बन्धित पार्षदों से समन्वय कर नई आशाओं के चयन हेतु प्रक्रिया पूर्ण की जाए तथा कार्यों की शिथिलता बरतने पर सभी 17 आशाओं को कार्यमुक्त किया जाए।
बैठक में पल्स पोलियो अभियान के बारे में बताया गया कि जनपद में 08 दिसम्बर को पल्स पोलियो की दवा शिशुओं को पिलाई जायेगी, इसके पूर्व 25 से 29 नवम्बर माइक्रो प्लान बनाकर उसको रिव्यू किया जायेगा, 29 से 06 दिसम्बर तक वैक्सीनेशन का प्रशिक्षण, 07 दिसम्बर को पोलियो अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रैली निकाली जायेगी, 09 से 13 दिसम्बर को हाउस-टू-हाउस सर्वे किया जायेगा तथा 13 दिसम्बर को ही टीम बी की बैठक आयोजित की जायेगी, जिसके सापेक्ष वह 16 दिसम्बर को छूटे हुए बच्चों को पोलियो की दवा पिलायेंगी। उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक वार्ड के पार्षद से सम्पर्क कर उन्हें रैली में प्रतिभाग करने हेतु आमंत्रित किया जाए और प्रत्येक वार्ड हेतु एक अधिकारी नामित कर उसकी जिम्मेदारी निर्धारित की जाए इसके अलावा उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पल्स पोलियो अभियान से सम्बन्धित जानकारी के पम्प्लेट भी बनवाये जाएं साथ ही नगर निगम के सहयोग से ऑडियो के माध्यम से प्रचार प्रसार भी कराया जाए। बैठक में वैक्सीनेशन सर्वे, ड्यू लिस्ट तथा फुल इम्यूनाइजेशन की प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि वैक्सीनेशन सर्वे, ड्यू लिस्ट तथा फुल इम्यूनाइजेशन के कार्य को माह के अंत तक 95 प्रतिशत पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं एवं क्रिया कलापों पर भी गहनता से समीक्षा की गई।
बैठक में, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अरूण कुमार श्रीवास्तव, एसीएमओ डॉ.अमित रावत, डॉ.संजीव वर्मन, डॉ.सुरेन्द्र मोहन प्रजापति, डीपीएम डॉ.कुलदीप भारद्वाज, डब्ल्यूएचओ से श्रीमती महिमा, अरविन्द शर्मा, यूनिसेफ से राहुल कुलश्रेष्ठ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।