आगरा, 9 दिसंबर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व उ० प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद आगरा में किया गया। जिसका उद्द्घाटन जनपद न्यायाधीश विवेक संगल द्वारा दीप प्रज्वलन कर मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। इस कार्यक्रम में भू-अर्जन पुनर्वासन व व्यवस्थापन प्राधिकरण, आगरा के पीठासीन अधिकारी सजय हरि शुक्ला, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी सुधीर कुमार चतुर्थ प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय आगरा के श्री विपिन कुमार प्रथम, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी नरेन्द्र कुमार पाण्डेय, अपर जिला जज-प्रथम श्री रविकान्त, पुलिस आयुक्त प्रीतिंदर सिंह एवं नोडल अधिकारी/अपर जिला जज श्री अमरजीत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आगरा के सचिव डा0 दिव्यानन्द द्विवेदी एवं समस्त न्यायिक अधिकारीगण विभिन्न बैंक, मोबाइल कंपनियों के अधिकारी/प्रतिनिधि वादकारीगण, पत्रकारगण मीडियाकमीगण, मध्यस्थगण पैनल अधिवक्तागण, पराविधिक स्वयं सेवक एवं कर्मधारीगण आदि उपस्थित रहे।
माननीय जनपद न्यायाधीश एवं अपर जनपद न्यायाधीशगण द्वारा अन्य प्रकृति के 56 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें जुर्माना धनराशि 11700/-अधिरोपित की गई।राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, आगरा के श्री विपिन कुमार-प्रथम के द्वारा 23 वादो का निस्तारण किया गया तथा अतिरिक्त परिवार न्यायालयों द्वारा 38 वादों का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुघर्टना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार पाण्डेय के द्वारा 216 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें पीड़ित पक्षी को 184476591/-रूपये की प्रतिपूर्ति धनराशि प्रदान की गई।
इस राष्ट्रीय लोक अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेलवे) अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट / सिविल जज अपर सिविल जज / न्यायिक मजिस्ट्रेट व अन्य न्यायालयों द्वारा कुल-21451 बादों का निस्तारण किया गया जिसमें जुर्माना धनराशि-15251679/- रूपये अधिरोपित की गई। इसके अतिरिक्त वर्चुअल कोर्ट के अधिकारी सुश्री नन्सी तिवारी के द्वारा 13601 वादों का निस्तारण किया गया।इस आयोजन को सफल बनाने हेतु जनपद आगरा के समस्त सिविल न्यायालयों द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से कुल 35385/-पादों का निस्तारण किया गया। इस लोक अदालत में विभिन्न बैंको भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक, ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावत पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक, सिडिकेट बैंक, भारतीय संचार निगम लिमिटेड अन्य फाइनेन्स कम्पनी व आदि के कुल 1044 वादों का निस्तारण प्री-लिटिगेशन लोक अदालत के माध्यम से किया गया, जिसमें समझौता धनराशि-176195000/- रूपये सम्मिलित है। इसके अतिरिक्त अन्य प्री-लिटिगेशन वाद 577900 का भी निस्तारण किया गया। इस आयोजन में आने बाले आम जनमानस की सुविधा हेतु जगह-जगह पूछताछ केन्द्र बनाये गये। वादीगण द्वारा अपने बादों के निस्तारण हेतु अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित हुए न्यायालय परिसर में वादकारीगण / अधिवक्तागण की चहल-पहल रही तथा शान्ति व्यवस्था में पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में तैनात रहा। राष्ट्रीय लोक अदालत के निस्तारण हेतु बैंक व भोबाइल कम्पनियों से सम्बन्धित मामलों से सम्बद्ध पीठों की स्थापना की गई जिनके द्वारा प्रीलिटिगेशन के माध्यम से वादों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार जनपद आगरा में जिला मुख्यालय एवं तहसील स्तर पर फूल-614329/ वादा का निस्तारण राष्ट्रीय लोक अदालत में किया गया।