कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बिजेंद्र रावत के खिलाफ दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा, जानें क्या है पूरा मामला

Crime उत्तर प्रदेश दिल्ली/ NCR स्थानीय समाचार

आगरा। थाना ताजगंज के शमसाबाद मार्ग स्थित रामरघु एग्जॉटिका में 12 अक्टूबर को बैंक मैनेजर सचिन उपाध्याय की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पीएम रिपोर्ट के अनुसार सचिन ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी गला घोंटकर हत्या हुई है जबकि पुलिस को आत्महत्या की सूचना दी गई थी। पीएम रिपोर्ट आने के बाद थाना ताजगंज में हत्या का केस दर्ज कराया गया है। इसमें ससुर बिजेंद्र रावत (कलेक्ट्रेट बार के अध्यक्ष), मृतक की पत्नी और साले को नामजद किया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पत्नी ने अपने पिता व भाई के साथ मिलकर अपने पति की हत्या निर्मम तरीके से मात्र इस कारण से कर दी कि उसके पति ने पेट्रोल पंप के आवंटन हेतु आवेदन उसके देवर के नाम से कर दिया था।

वर्तमान में शहर के शमशाबाद रोड स्थित पॉश कॉलोनी रामरघु एग्जॉटिका में रह रहे सचिन उपाध्याय की शादी सात वर्ष पूर्व बिजेन्द्र रावत अधिवक्ता की पुत्री प्रियंका के साथ हुई थी। सचिन के पिता केशव देव शर्मा व अन्य परिजन अपने मूल गांव पिनाहट क्षेत्र के टीकेतपुरा में रहते हैं। केशव शर्मा ने बताया कि शादी के समय सचिन गुजरात की बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर था। वहां सचिन से प्रियंका झगड़ा करती थी। बेटा शमसाबाद स्थित बैंक की शाखा में तैनात हुआ तो 2020 में दोनों रामरघु में रहने लगे। प्रियंका को सचिन का परिवारीजनों से मिलना जुलना, गांव जाना कतई पसंद नहीं था। जब कभी सचिन अपने माता पिता से मिलने गांव जाता था तब लौटकर पत्नी उससे झगड़ा करती थी। कई बार झगड़ा बढ़ा तो कॉलोनी के लोगों ने तथा सचिन के पिता ने आकर प्रियंका को समझाया था।

भाई के नाम से पेट्रोल पंप के लिए आवेदन पर हुआ झगड़ा

कुछ दिन पूर्व पेट्रोल पंप आवंटन हेतु आवेदन निकले थे जिसमें पिता ने सचिन की सहमति के उपरांत पेट्रोल पंप हेतु आवेदन छोटे बेटे के नाम से कर दिया था जिसको लेकर प्रियंका व उसके पिता व भाई नाराज थे। प्रियंका व उसके पिता व भाई ने सचिन को घर में बंद कर मारा पीटा भी था। गत दिनांक 11 अक्टूबर को सचिन अपने गांव गया था तब उसने सारी बात अपने पिता को बताई थी। शाम को सचिन अपने आगरा स्थित घर पर वापिस आया था। तब प्रियंका ने अपने पिता व भाई को भी बुला लिया। आरोप है कि तीनों ने एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से सचिन को बाँधकर बुरी तरह मारा। सचिन ने खून से लथपथ अवस्था में दम तोड़ दिया।

बेटे के साले ने दी जानकारी

पीड़ित के अनुसार प्रियंका के भाई कृष्णा ने उन्हें फोन करके बताया कि प्रियंका और सचिन की लड़ाई हो रही थी। तब उन्होंने सचिन से बात कराने के लिए कहा तो उसने सोने का बहाना लगा दिया और सचिन का मोबाइल भी बंद कर दिया। दूसरे दिन दोपहर बाद प्रियंका के पिता ने नजदीकी रिश्तेदारों के माध्यम से सचिन के परिजनों को सूचना करवाई कि सचिन ने अकारण दम तोड़ दिया है। आनन फानन में सचिन के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो स्थिति देखकर दंग रह गए। मृतक सचिन खून में लथपत था, शरीर पर बेरहमी से मारपीट के निशान थे।

पोस्टमार्टम की कराई वीडियोग्राफी

डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि डॉक्टर के पैनल से शव को पोस्टमार्टम और वीडियोग्राफी कराई गई। गला घोंटने से दम घुटना आया है। छह चोट के निशान भी हैं। इनमें हल्के जले के भी हैं। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर सचिन की पत्नी प्रियंका उर्फ मोना, प्रियंका के पिता बिजेन्द्र रावत व भाई कृष्णा रावत व एक अन्य के विरुद्ध थाना ताजगंज में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *