आगरा, 7 दिसंबर। गृहकर बकाया जमा न कराने वालों के खिलाफ नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के सख्त रुख के बाद अधिकारियों ने कार्रवाई शुरु कर दी है। बड़े बकायेदारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पांच लोगों की सम्पत्तियों को अधिकारियों ने सीज कर दिया है। नगर आयुक्त की कार्रवाई से बकाएदारों में हड़कंप मचा गया है। कार्रवाई से घबरा कर कई बकायेदारों ने बकाया टैक्स जमा भी कराना आरंभ कर दिया है। संपत्तियों को सीज करने गई नगर निगम की टीम को मौके पर ही तीन बकायेदारों ने लाखों रुपये का टैक्स जमा कराया है।
विगत दिनों समीक्षा बैठक के दौरान नगरायुक्त ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि पचास हजार और एक लाख से अधिक के बकाएदारों की सूची अलग अलग बनाकर इनके खिलाफ खाता सीज और कुर्की की कार्रवाई की जाए। इसके बाद से कर निर्धारण अधिकारियों ने कर इंस्पेक्टरों की सहायता से बकायेदारों की सूची जोनवार बनाकर कार्रवाई शुरु कर दी है। अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार चारों जोनल अधिकारी द्वारा प्राप्त आख्यानुसार बैंक खाता सीज करने के लिए 18 सम्पत्तियों को चिंहित किया गया था। इनमें से आठ बकायेदारों के खिलाफ संपत्ति सीज करने की कार्रवाई अमल में लाई गयी है। कार्रवाई के दौरान तीन बकायेदारों ने मौके पर बकाया राशि जमाकर अपने को कार्रवाई से बचा लिया।
—–इनकी संपत्तियां सीज की गयीं—–
हरीपर्वत जोन के जीवन काम्पलैक्स के रहने वाले राहित अग्रवाल, पुष्पा भाटिया, और नवीन चंद्रा पर कुल तीन लाख सत्रह हजार छियत्तर रुपये प्रत्येक पर एक लाख पांच हजार छह सौ बानवे रुपये का गृह कर का बकाया चला आ रहा था। ताजगंज जोन में रहने वाले सिराजुद्दीन की दुकान पर दो लाख पच्चीस हजार रुपये और छत्ता जोन स्थित राज आयरन फाउंड्री पर सत्रह लाख चौवन हजार पाच सौ उनहत्तर रुपये का गृहकर बकाया चला आ रहा था। इन सभी को नगर निगम की ओर से कई बार कर जमा करने के लिए नोटिस जारी किये गये लेकिन इनके द्वारा नोटिसों का कोई संज्ञान नहीं लिया तो नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए इनकी संपत्तियांे को सीज करा दिया है। इन सभी लोगों पर 22,71,680 रुपये का हाउस टैक्स बकाया चला आ रहा है।
—–इन्होंने कार्रवाई से घबराकर जमा कराया टैक्स—-
नगर निगम द्वारा की जा रही संपत्ति सीज करने की कार्रवाई से घबरा कर तीन बकायेदारों मौके पर ही बकाया टैक्स को जमाकरा कर अपने को कार्रवाई से बचा लिया। ताजगंज जोन स्थित होटल उत्कर्ष पर 22,15,400 रुपये गृहकर के रुप में बकाया चले आ रहे थे । कार्रवाई से बचने के लिए 20,00,000 रुपये मौके पर ही जमा करा कर अपने को कार्रवाई से बचा लिया। इसके अलावा छत्ता जोन में रहने वाले मो. हबीब ने भवन पर बकाया चले आ रहे टैक्स 1,0,3839 रुपये में से 17,129 रुपये का भुगतान मौके पर कर दिया। लोहामंडी जोन में महाना बूट फैक्ट्री 4,40,840 रुपये का टैक्स बकाया चला आ रहा था इन्होंने भी कार्रवाई से बचने के लिए मौके पर ही 3,47,433 रुपये जमा दिये। कुल मिलाकर 27,60,079 के बकाया में से निगम की टीम ने 23,64,562 रुपये का गृहकर वसूल लिया।
—-गत सप्ताह ही 15 बकायेदारों के खाते किये गये हैं सील—-
अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार पिछले सप्ताह ही पन्द्रह बड़े बकायेदारों के खातों को सीज किया गया है। चारों जोनल अधिकारी द्वारा प्राप्त आख्यानुसार बैंक खाता सीज करने के लिए 18 सम्पत्तियों को चिंहित किया गया था जिनमें से लोहामंडी जोन के अंतरगत तीन सम्पत्तियों का भुगतान कर दिया गया । इसके बाद शेष बकायेदारों पर खाता सीज की कार्रवाई अमल में लाई गयी है।
बड़े गृहकर बकायेदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। परेशानी से बचने के लिए पुराने और बड़े बकायेदार नगर निगम को समय से गृहकर जमा करायें।
अंकित खंडेलवाल
नगर आयुक्त नगर निगम
आगरा