आगरा, 6 सितंबर। आर्मी पब्लिक स्कूल, आगरा केंट के प्रांगण में सेल्फ – डिफेन्स के कार्यक्रम में सेल्फ – डिफेंस का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम में 1000 से अधिक छात्राओं ने मार्शल आर्ट की सेल्फ-डिफेन्स तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रशिक्षु बालिकाओं के समक्ष मार्शल आर्ट के प्रति उत्साह बढ़ाकर प्रेरित करने हेतु
उक्त अवसर पर मार्शल आर्ट की सेल्फ डिफेन्स तकनीक का शक्ति प्रर्दशन किया गया। जिसमें ब्लैक बैल्ट धारक सुहानी श्रीवास्तव द्वारा लकड़ी के मज़बूत तख्ते को दोलियो चागी किक द्वारा पैर से तोड़कर शानदार प्रदर्शन किया गया जिसे सभी ने तालियाँ बजाकर सराहा। ब्लैक बैल्ट धारक प्रदीप गौर,सुदर्शन देबनाथ व उदय शर्मा द्वारा पंचिंग एवं हाथ एवं पैरों के सटीक एक्शन करके दिखाए।
सेल्फ डिफेन्स प्रशिक्षण
– 5 डान ब्लैक बैल्ट धारक अंतरराष्ट्रीय ताइक्वान्डो प्रशिक्षक मास्टर पंकज शर्मा द्वारा हाथ और पैर के विभिन्न प्रयोग कराकर प्रशिक्षण दिया जिसमें उन्होंने बालिकाओं को मार्शल आर्ट की सेल्फ- डिफेन्स तकनीक के तहत वार्मिंग अप एवं स्ट्रेचिंग की विशेष एक्सरसाइज के करवाकर पंच को मजबूती से कसकर हिट करना,सिंगल फेस पंच,फ्रन्ट चाप, ओपन फ्रन्ट चाप,साइड ब्लाक,अपर ब्लाक।
– कोहनी के अटैक से विरोधी के चेहरे/नाक पर जोरदार प्रहार करना सिखाया गया ताकि विरोधी को दिन में चन्दा-तारे दिखाई देने लगें और ऑंखों के सामने अंधेरा छा जाए,जिससे वह पुनः हमला करने छेड़छाड़/चैन एवं मोबाईल फोन स्नेचिंग/अपहरण जैसी आपराधिक घटनाओं को अन्जाम न दे सकें ।
यदि विरोधी पीठ के पीछे से आकर दोनों हाथौं से जकड़/ पकड़ ले तो आगे जमीन की ओर झुक कर। विपरीप परिस्थिति में स्कूटी एवं साइकिल की चाबी,मोबाइल फोन, स्कूल बैग, पर्स,पैन, नाखून, दॉतों,हैयर बैण्ड व हैयर क्लिप का प्रयोग हथियार के रूप में करना सीखा।
कार्यक्रम का उदघाटन
स्कूल प्रधानाचार्या डॉ रूपाली गुप्ता द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा मार्शल आर्ट की सेल्फ डिफेंस तकनीक आज के युग की आवश्यकता है और सभी स्कूलों में इसको अनिवार्य रूप से सिखाया जाना चाहिए,साथ ही सराहना करते हुए कहा कि सभी प्रशिक्षु छात्राएँ प्रतिदिन सिखाए गए टिप्स का अभ्यास करें ताकि विपरीत परिस्थिति में इसका उपयोग कर अपना बचाव कर सकें। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु स्टाफ़ की ओर से अपना अमूल्य योगदान दिया।
