आपदा प्रबंधन की बैठक में हीटवेव्स से बचाव के उपायों पर विचार

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में हीटवेव्स से बचाव और इससे सामान्य जनजीवन पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के दृष्टिगत विचार विमर्श करते हुए एक्नश प्लान बनाने पर विचार किया गया। नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में नगर निगम के अलावा आधा दर्जन से अधिक विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता अपर नगर आयुक्त सुरेंन्द्र प्रसाद यादव ने की।
बैठक में अपर नगर आयुक्त ने हीट वेव्स से बढ़ी हुई मुत्युदर और इसके समाधान के लिए नगर निगम द्वारा उठाये गये कदमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा हीटवेव्स के प्रभाव को कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की गईं हैं जिनमें प्रमुख रुप से वृक्षारोपण अभियान , जल की सुरक्षा के लिए आईईसी गतिविधियां और मुफ़्त् ओरआरएस पेय के वितरण शिविर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नगर निगम के समर्पित कर्मचारियों की देखभाल के लिए विशेष प्रयासों की भी जानकारी दी। जिसमें नियमित स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन और प्रतिदिन ओआरएस पेय वितरित करना शामिल है। बैठक में उपस्थित उप नगर आयुक्त डा. सरिता सिंह ने आगरा में किये गये कार्यों पर विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आगरा नगर निगम में चौक चौराहों पर दो पहिया वाहनों के लिए ग्रीन कवर रोड की व्यवस्था की गई है जिसे पिछले गर्मी के मौसम में लागू किया गया था। उन्होंने सुझाव दिया कि आगरा नगर निगम के लिए भी अहमदाबाद नगर निगम की तरह एक रणनीतिक योजना तैयार की जा रही है जिससे हीट वेव्स के कारण होने वाली मृत्युदर को कम किया जा सके। इसके साथ ही पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने अपनी बात साझा करते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी ऐसे प्रोजेक्ट पर कार्य किया है और पाया है कि तापमान में दो पांच डिग्री की वृद्धि से मृत्यु दर में कितनी वृद्धि होती है। बताया कि कुछ आसान नियमों को लागू करके मृत्यु दर को कम किया जा सकता हेै। बैठक के अंत में अपर नगर आयुक्त ने कहा कि ऐसी पहलों से न केवल हीट वेव्स पर नियंत्रण पाया जा सकेगा बल्कि मलिन बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों और बुजुर्गों को भी राहत मिलेगी। ये लोग गर्मी और हीट वेव्स से विशेष रुप से प्रभावित होते हैं। इस प्रकार की पहल उनके जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में सहायक सिद्ध होगी। बैठक के अंत में नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल (IAS) और आगरा नगर निगम की टीम की कार्यशैली की अत्यधिक प्रशंसा की गई। बैठक के दौरान उपस्थित सभी व्यक्तियों ने इस प्रकार की पहलों को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
पिछले कुछ सालों से माह अप्रैल से लेकर जून के बीच तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण हीटवेव्स से होने वाली मौतों के आंकड़े में लगातार वृद्धि हो रही है। इसी को देखे हुए पहले शासन की ओर से राज्य, जिला और अब शहर के लिए एक्शन प्लान बनाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश से इस बार प्रयागराज,लखनउ,झांसी और आगरा में इस एक्शन प्लान को लागू करने का निर्णय लिया गया है। गर्मियों के दौरान इन शहरों के तापमान में अप्रैल से लेकर जून माह तक अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई थी। आगरा में ही 48.6 डिग्री तक तापमान पहुंच गया था। इस दौरान सभी विभागों से कहा गया कि वे अपने स्तर से हीटवेव्स से लोगों को बचाने की दिशा में अभी से एक्शन प्लान तैयार करने में जुट जाएं। स्वास्थ्य विभाग से इस मौसम में लोगों को ओआरएस के पैकेट अस्पतालों में हीटवेव के मरीजों के लिए पर्याप्त चिकित्सा ग्लूकोज आदि के इंतजाम करने का सुझाव दिया गया । इस दौरान ये भी सुझाव दिया गया कि बाजारों आदि को दोपहर में उस दौरान जब तापमान सर्वाधिक चरम पर होता है उस दौरान बंद करा दिया जाए। इसके अलावा गर्मी में हीटवेव्स से बचने के लिए लोग क्या क्या सुरक्षा उपाय अपनाएं इसका प्रचार प्रसार रेडियो, मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से कराकर लोगांे को जागरुक किया जाए।
इस अवसर पर नगर निगम से अपर नगर आयुक्त सुरेन्द्र प्रसाद यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. संजीव वर्मा के अलावा सभी जेडओ, शिक्षा विभाग, विकास प्राधिकरण, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग,एसएन मेडीकल कालेज, जलकल और जिला प्रशासन के भी प्रतिनिधि के अलावा प्रोजेक्ट डायरेक्टर यूपीएसडीएमए डाक्टर कनीज फातिमा, हेड अईआईपीएच डाक्टर महावीर गोलेचा, प्रोजेक्ट एक्सपर्ट एग्रीकल्चरल यूपीएसडीएमए प्रियंका द्धिवेदी और प्रोग्रामर यूपीएसडीएमए प्रषांत शाही भी उपस्थित रहे।

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