मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में हुई चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग आगरा मंडल की समीक्षा बैठक
आगरा 10 अप्रैल। मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आज बुधवार को लघु सभागार में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग आगरा मंडल की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सर्वप्रथम प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (गोल्डन कार्ड) की समीक्षा की गयी। आगरा मंडल में गोल्डन कार्ड के कुल लाभार्थियों की संख्या 3031777 है जिसमें लगभग 2395153 के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। मंडलायुक्त ने गत माह में आगरा जनपद को छोड़कर अन्य जनपदों में गोल्डन कार्ड बनाए जाने की खराब प्रगति पर नाराजगी जताई। तीनों जनपदों (फिरोजाबाद, मथुरा और मैनपुरी) के संबंधित अधिकारी को चेतावनी जारी करने एवं रैकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए। गोल्डन कार्ड योजना के उपचारित लाभार्थियों की संख्या के सापेक्ष चारों जनपदों में क्लेम के 10 प्रतिशत से भी कम स्थिति पर भी नाराजगी जताई। इसी माह में क्लेम का कम से कम 10 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने अन्यथा की स्थिति में संबंधित के खिलाफ जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। वहीं जिस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचारित लाभार्थियों को सबसे कम क्लेम मिला, उस संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के निर्देश दिए।
जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत भुगतान की समीक्षा की गयी। आगरा मंडल में जनपद मथुरा में लाभार्थियों की संख्या के सापेक्ष सबसे कम 89 प्रतिशत भुगतान किया गया। चारों जनपदों में जननी सुरक्षा योजना में शत प्रतिशत लाभार्थियों को योजना का लाभ न दिए जाने पर नाराजगी जताई। जनपदवार लाभार्थियों को लंबित भुगतान की स्थिति से अवगत कराने एवं सबसे ज्यादा जिस जनपद में भुगतान लंबित है उस जनपद में संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए।
एफआरयू की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि आगरा में 7, फिरोजाबाद में 5, मथुरा में 6 और मैनपुरी में 4 एफआरयू क्रियाशील हैं। इनमें कुल 65432 सामान्य और 6936 सिजेरियन प्रसव हुए। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी एफआरयू और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कम से कम 100 प्रसव का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। सभी संबंधित मंडलीय एवं जनपदीय अधिकारियों को 10 दिन का समय देते हुए निर्देश दिए कि आगरा मंडल के सभी एफआरयू को पूर्णतः क्रियाशील बनाया जाए। बिल्डिंग का उचित मेंटेनेंस हो। चिकित्सक और स्टाॅफ हर समय उपलब्ध होने चाहिए। सभी का हाजिरी लगे। परिसर के अंदर-बाहर समुचित सफाई होनी चाहिए। सभी प्रकार की दवाईयां उपलब्ध हों। सभी उपकरण क्रियाशील हों। जो खराब हैं उन्हें जल्द ठीक कराया जाए। एफआरयू में आने वाले सभी आयुष्मान लाभार्थियों का पूरा रिकाॅर्ड उपलब्ध हो। सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी सभी सुविधाएं व व्यवस्थांए दुरूस्त होनी चाहिए। 10 दिन के उपरांत अपर आयुक्त द्वारा आगरा मंडल के सभी एफआरयू का निरीक्षण करवाया जायेगा। जहां भी कमी पायी जायेगी। संबंधित अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।
हेल्थ एटीएम से जांचों की संख्या की समीक्षा में जनपद फिरोजाबाद में सबसे कम जांच पर नाराजगी जताई। चारों जनपदों में सभी हेल्थ एटीएम मशीनों को शत प्रतिशत क्रियाशील बनाने एवं जांचों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। एक्सरे मशीन से होने वाली जांचों की समीक्षा की गयी। जनपद फिरोजाबाद के टूंडला एवं जसराना स्वास्थ्य केन्द्र पर सबसे कम जांचे हुईं। अपर निदेशक स्वास्थ्य अधिकारी को यहां निरीक्षण कर संबंधित के खिलाफ जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए। मथुरा के सामुदयिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी जांचे बढ़ाने को कहा। जबकि मैनपुरी में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एक्सरे मशीन क्रियाशील नहीं होने पर संबंधित सीएमओ को फटकार लगायी। वहीं मानकों के अनुसार एक्सरे से प्रतिदिन होने वाली जांचों की संख्या की समीक्षा कर मानकों में आवश्यकतानुसार बदलाव के संबंध में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य को पत्र लिखने हेतु निर्देश दिए। अल्ट्रासाउंड जांच की समीक्षा में आगरा जिला महिला चिकित्सालय, मथुरा महिला चिकित्सालय और मैनपुरी जिला पुरूष चिकित्सालय में कम जांचे होने पर नाराजगी जताई। जांच बढ़ाने के निर्देश दिए। सीटी स्कैन जांच में मथुरा जनपद की रिपोर्ट खराब रही। जांच संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि आगरा मंडल के सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी प्रकार की दवाईयों की समुचित उपलब्धता रहे। एक्पाइरी दवाईयां किसी भी हाल में नहीं मिलनी चाहिए। समय-समय पर जांच करते हुए एक्पाइरी दवाईयों का उचित निस्तारण किया जाए। मरीजों या तीमारदारों को बाहर से दवाई खरीदने को मजबूर न किया जाए। आज से विधिवित रूप से शुरू हो रहे संचारी रोग अभियान को गंभीरता से लेने एंव प्रभावी रूप से इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक बनाया जाए। दवाईयों को छिड़काव होता रहे। जिस भी क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी कोई गंभीर समस्या सामने आती है तो चिकित्सकों के साथ प्रभावी क्षेत्र में शिविर लगाकर स्वास्थ्य लाभ दिलाया जाए।