सेवा में,
श्रीमान जिलाधिकारी आगरा
विषय- आलू बीज वितरण में धांधली रोकने एवं आलू बीज घोटाले की जांच की मांग
महोदय, निवेदन है कि आगरा जनपद में आलू बीज का आवंटन जरूरतमंद वास्तविक किसानों को न कर माफियाओं और ठेकेदारों को कर दिया गया है। जिसका परिणाम 30 अक्टूबर को हाथरस रोड पर फूटा वास्तविक आलू किसानों का गुस्सा है। महोदय मैंने ताज सिटी आगरा आलू उत्पादक किसान सेवा समिति के माध्यम से आपको प्रार्थना पत्र देकर आलू बीज वितरण लाटरी के माध्यम से करने का अनुरोध किया था। जिससे वास्तविक हम किसानों को आलू बीज उपयुक्त मात्रा में मिल सकता था। लेकिन उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों की नाकामी के कारण असली किसान पैसा जमा करने के बावजूद बीज के लिये भटक रहे हैं जबकि माफिया और तथा कथित रसूकदार लोग जरूरत से भी ज्यादा आलू बीज हर वर्ष की भांति इस साल भी उठा ले गये हैं।
महोदय आपके द्वारा यह व्यवस्था बनायी गयी थी पहले आओ , पहले पाओ नियम के आधार पर प्रत्येक आलू किसान को दस कुंतल आलू बीज दिया जाएगा। हमें खेद है कि आपके इन आदेशों को जिला उद्यान अधिकारी ने हवा में उड़ा दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि शासन-प्रशासन की मिली भगत से असली आलू किसानों के साथ गत वर्ष की भांति ही अन्याय किया गया है। अगर व्यवस्था नहीं सुधरी तो हम किसान उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
आपसे निवेदन है कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच करा दोषियों को दंडित किया जाए। साथ ही वास्तविक हम आलू किसानों को उच्च स्तरीय बीज उपलब्ध कराया जाए। हमारी समिति ने अलीगढ़ में हाल ही में हुई कृषि गोष्ठी में भी माननीय मंत्रीजी को ज्ञापन देकर आलू बीज की दर कम करने और आवंटन बढ़ाने के साथ ही हरा, सड़़ा, गला आलू बीज छांटकर हम किसानों को पूरे वजन के साथ दिये जाने की मांग की थी। लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। अगर बीज ही हम किसानों को खराब मिलेगा तो आलू की पैदावार कैसे बढ़ा पाएंगे। इससे आलू किसानों की माली हालत में भी गिरावट आएगी। महोदय सरकार की मंशा है कि आलू किसानों को सुविधा देकर अच्छा आलू की पैदावार बढ़ायी जाए। लेकिन सरकार की मंशा को अधिकारी ही चूना लगा रहे हैं। जिससे किसान पूरी तरह निराश है।
प्रार्थी
लक्ष्मीनरायन बघेल
