
आलू बीज की दरों में कमी की घोषणा पर आलू उत्पादकों ने जतायी खुशी
आगरा, 15 अक्टूबर। आगरा में तमाम प्रयासों के बावजूद डीएपी खाद की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। अभी भी हम किसानों को ब्लैक में डीएपी खाद 1750 रुपये में मिल रही है। जबकि इसकी सरकारी कीमत 1350 रुपये है। आपसे निवेदन है कि डीएपी की कालाबाजारी को रोका जाए और सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को जरूरत के मुताबिक डीएपी उपलब्ध कराया जाए। जिससे कि हम लोग समय से आलू बीज की बुवाई कर सकें। इस आशय का ज्ञापन ताजसिटी आगरा आलू उत्पादक समिति के प्रदेश सचिव लक्ष्मीनरायन बघेल ने मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह को दिया।
हम आगरा के किसान प्रदेश के सर्वाधिक आलू उत्पादक हैं। उचित पैदावार के लिये हमें खाद के साथ ही सूक्ष्मतत्वों की भी जरूरत होती है। जो अभी हमें सरकारी तौर पर नहीं मिल पा रहे हैं। आपसे निवेदन है कि जल्द से जल्द सूक्ष्म तत्व सरकारी रेट पर उपलब्ध कराये जाएं। जिससे हमारे खेतों में आलू की बंपर पैदावार हो सके।
आलू किसानों को फसल की अच्छी पैदावार दिलाने के लिये आधुनिक के साथ ही वैज्ञानिक तकनीकी जानकारी विशेषज्ञों के माध्यम से तत्काल दी जाए।नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं की उचित जानकारी हम किसानों को गोष्ठी आदि के माध्यम से दिलायी जाए।
हमारी मांग पर और आपकी तथा जिला उद्यान अधिकारी की संस्तुति पर आलू बीज के दाम सरकार द्वारा घटाये गये हैं। इसके लिये हम किसान जिलाधिकारी आगरा और सरकार के बहुत आभारी हैं। वर्षा ऋतु की समाप्ति के पश्चात पालतू पशुओं में मौसमी बीमारी की आशंका रहती है। इसलिये समय रहते टीकाकरण कराया जाए तो पशु पालक बड़ी क्षति से बच सकते हैं।
नहरों का संचालन समय रहते किया जाए, जिससे आलू आदि फसलों की बुवाई समय से हो सके। किसानों को रोस्टर उपलब्ध कराये जाएं। ज्ञापन देने वालों में श्री बघेल के साथ किसान नेता श्याम सिंह चाहर, प्रदीप शर्मा, लाखन सिंह त्यागी मुकेश पाठक आदि थे।