एल एस बघेल, आगरा, 12 फरवरी। निसंदेह कश्मीर के बारे में अब लोगों की धारणा बदल रही है। पहले की तरह अब वहां आतंकवाद पैर नहीं पसार रहा है। एक समय था, जब आतंकवाद ग्रस्त जिलों में बच्चे काफी दिनों तक स्कूल नहीं जा पाते थे लेकिन अब समय बदल गया है। लड़के ही नहीं वहां की लड़कियां भी अब आराम से स्कूल, कालेज जा रही हैं। यही नहीं खेल के मैदान हों अथवा स्टेडियम हों,बड़े आराम से बच्चे खेल रहे हैं। ये कहना है कश्मीर के बड़गाम, डोडा किश्तवाड़ आदि जिलों से आयी खिलाड़ियों का, जोकि ताजनगरी में खेली जा रही अस्मिता पेनचिंक स्लॉट लीग नॉर्थ जॉन प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिये आयी हुई हैं।
तीन दिन तक चल रही नार्थ जोन पेनचिंक स्लॉट लीग का आयोजन आगरा में पहली बार श्रीमती किरण कश्यप द्वारा कराया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये जम्मू-कश्मीर से काफी बड़ा दल खिलाड़ियों का आगरा आया हुआ है। इन खिलाड़ियों से जब इस संवाददाता द्वारा बातचीत की गयी तो उनका कहना था कि कश्मीर में यह गेम काफी लोकप्रिय है। कक्षा दस, ग्यारह आदि में पढ़ने वाली छात्राओं ने बताया कि वे आराम से अपने यहां इनडोर स्टेडियम में अभ्यास करती हैं। सुरक्षा कारणों से उनके यहां कोई समस्या नहीं है। एक बालिका काफी खुश थी कि उसने कल ही प्रतियोगिता में यूपी की बालिका को हराकर जीत दर्ज की थी। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से बालक और बालिकाएं आये हुए हैं। कश्मीर की खिलाड़ियों का कहना था कि यहां आयोजकों द्वारा अच्छी व्यवस्था की गयी है। ये खिलाड़ी अपने साथ किताब-कापी भी लेकर आये हैं। जिससे कि फुर्सत के क्षण में पढ़ाई जारी रख सकें। आगरा के स्टेडियम में बच्चों को लंबे समय से टेबिल टेनिस सिखाने वाले जुनैद सलीम ने इन कश्मीरी खिलाड़ियों को जीत के लिये शुभकामनाएं दीं।
