उ०प्र० खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड आगरा द्वारा खादी और ग्रामोद्योग विकास एवं सतत स्वरोजगार नीति योजनान्तर्गत एक दिवसीय माटीकला सेमिनार का हुआ आयोजन
खादी तथा ग्रामोद्योग विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये पॉपकार्न मशीन, दोना पत्तल मशीन का किया गया वितरण
विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल द्वारा माटीकला को बढ़ावा देने एंव ग्रामोद्योग के इकाईयों के विकास एवं विपणन के लिए किया गया प्रेरित
आगरा-03.03.2025/ जिला ग्रामोद्योग अधिकारी श्रीमती नीतू यादव ने अवगत कराया है कि आज उ०प्र० खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड आगरा द्वारा खादी और ग्रामोद्योग विकास एवं सतत स्वरोजगार नीति योजनान्तर्गत 60, नारायण विहार पश्चिमपुरी में पॉपकार्न मशीन, दोना पत्तल मशीन आदि टूल किट्स के वितरण एंव माटीकला उद्यमियों को नवाचार से परिचय कराये जाने के उद्देश्य से एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि माननीय पुरुषोत्तम खण्डेलवाल, विधायक जी उत्तर विधान सभा जनपद आगरा प्रतिनिधि श्री राहुल जैन पं० दीनदयाल मण्डल अध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती रवीना राजावत (पार्षद) डा० श्री गनेश कुशवाह, श्रीमती एकता श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
सर्वप्रथम गाँधी जी की प्रतिमा पर मुख्य अतिथि एंव विशिष्ट अतिथि से माल्यार्पण कराते हुए उन्हे पुष्प गुच्छ एंव अंगवस्त्र देकर सम्मनित किया गया साथ ही अपने सम्बोधन में संचालित रोजगार परक योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया गया। विशिष्ट अतिथि द्वारा अपने सम्बोधन में खादी से निर्मित कपडों मिट्टी के चलन के फायदे, रोजगार में वृद्धि, बेरोजगारी जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न विभागो/संस्थाओं के माध्यम से संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने का जिक्र करते हुए लोगो को माटीकला को बढ़ावा देने एंव ग्रामोद्योग के इकाईयों के विकास एवं विपणन के लिए प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया गया।
उक्त कार्यक्रम में परिक्षेत्रीय ग्रामोद्योग अधिकारी, लेखा परीक्षक, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी फारोजाबाद, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी मथुरा एंव प्रधान सहायक आदि के द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु योगदान दिया गया। कार्यक्रम में माटीकला से जुड़े कुम्भकार/कुम्हार एंव प्रजापति समाज के शिल्पकार/कारीगरों/उद्यमियों को परम्परागत विधाओं के स्थान पर नवीन तकनीकी का प्रयोग करने की जानकारी दी गई।
उक्त अवसर पर माटीकला से जुडें प्रजापति समाज के लोग विभिन्न टूल किट्स मे चयनित एवं उनके साथ आये लाभार्थी, ललित कला संस्था से आये तकनीकि विशेषज्ञ, शिल्पकला के शिक्षक एंव छात्र तथा आम जनता आदि उपस्थित रहे।