आगरा। बारिश के बाद जर्जर मकानों का गिरना जारी है। शुक्रवार चार बजे तक नगर निगम कंट्रोल रुम में आठ जर्जर मकानों के गिरने की सूचना दर्ज कराई जा चुकी थी। नगर निगम डिजास्टर मैनेजमेंट की टीमें दिन भर राहत और बचाव के कार्य में जुटी रहीं। हादसों में किसी भी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के अनुसार नगर निगम में हादसों की मॉनिटरिंग के लिए अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव की निगरानी में चौबीस घंटे कंट्रोल रूम कार्य कर रहा है। बारिश से प्रभावित कोई भी व्यक्ति कंट्रोल रुम में फोन कर निगम की सहायता ले सकता है।
जर्जर मकानों के गिरने से प्रभावित परिवारों को नगर निगम के शैेल्टर होम में भिजवाया गया। हालांकि कुछ समय के उपरांत ये लोग अपने नाते रिश्तेदारों के यहां पर चले गये। बुधवार और गुरुवार को देर सायं तक चला इंद्रदेव का कहर हालांकि गुरुवार देर रात बंद हो गया लेकिन बारिश के उपरांत जर्जर भवनों का गिरने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को छत्ता जोन में स्थित जाटव बस्ती नुनिहाई में संजय कुमार,ताजगंज जोन स्थित गोपालपुरा ग्वालियर रोड पर रजनीश कुमार,रामनगर पुलिया लोहामंडी जोन में आशादेवी,पश्चिमपुरी दहतोरा में लाल सिंह, किनारी बाजार छत्ता जोन में आशुतोष कुमार, ग्वालियर रोड पर बलवीर सिंह,सदर भट्ठी छत्ता जोन में अनिल कुमार और ताजगंज जोन स्थित ईदगाह बस स्टैंड के निकट विनोद कुमार का मकान गिर गया। नगर निगम कंट्रोल रुम में सूचना पहुंचते ही नगर निगम की टीमें सक्रिय हो राहत और बचाव कार्य में जुट गयीं।
—-नगर निगम ने तैनात किये जोनल अधिकारी—
जर्जर मकानों के गिरने से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए नगर निगम ने पहले से जोनल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। हरीपर्वत जोन की जिम्म्ेादारी कर अधीक्षक अक्षय कुमार को,छत्ता जोन की जिम्मेदारी कर निर्धारण अधिकारी विजय कुमार,लोहामंडी जोन में जोनल अधिकारी के रुप में संयुक्त नगर आयुक्त विकास सेन को और ताजगंज जोन के लिए कर निर्धारण अधिकारी चंद्रपाल सिंह को राहत बचाव कार्य और प्रभावितों को शैल्टर होम पहुंचाने और उनके खााने पीने और रहने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी गई है।
—-नगर निगम ने जारी किये 178 जर्जर भवनों को नोटिस—
नगर निगम निर्माण विभाग की टीम ने नगर के विभिन्न इलाकों में 178 जर्जर भवनों को चिंहित का निमयमानुसार नोटिस जारी कर दिये हैं। नोटिस में स्पष्ट रुप से चेतावनी दी गई है कि इन भवनों में रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों की शरण लें। लोहामंडी जोन में 36, छत्ता जोन में 112, ताजगंज जोन में 16 और हरीपर्वत जोन में 14 जर्जर और गिरासूं भवनों को चिन्हित किया गया है। वहीं दूसरी ओर मुख्य अभियंता हादसों के स्थानों पर चलाये जा रहे राहत कार्यों का दिनभर अधीनस्थों के साथ जायजा लेते रहे।
—चौबीस घंटे काम कर रहा कंट्रोल रुम—
नगर आयुक्त के अनुसार नगर निगम में स्थापित कंट्रोल रुम चौबीस घंटे काम कर रहा है। कोई भी प्रभावित व्यक्ति यहां किसी भी समय मोबाइल नंबर 8272854914, 9068133345 और 9319406053 पर फोन करके सहायता प्राप्त कर सकता है।
सदर तहसील क्षेत्र में नौ मकान गिरे
सदर तहसील क्षेत्र में भी भारी वर्षा के चलते नौ मकान गिरे हैं। जिनमें बसई मुस्तकिल में श्रीमती कमलेश पत्नी दुर्गा प्रसाद, कैलाश पुत्र दुर्गा प्रसाद, बरौली गूजर में श्रीमती ईश्वरी देवी पत्नी नेकराम निवासी ठार लायकपुरा, अरतौनी में भगवान दास पुत्र ग्यासीराम, विजयपाल पुत्र गंगाराम निवासी नगलाकारे, मनकेड़ा, हुकम सिंह पत्र मोहन सिंह, निवासी पिनानी रामनगर, श्रीमती गुड्डी पत्नी अतर सिंह निवासी मनकेड़ा, शरीफ पुत्र अली शेर, निवासी कबूलपुर, श्रीमती चेना पत्नी शरीफ निवासी कबूलपुर हैं। इसी तरह जिले की अन्य तहसीलों में भी भारी बरसात के चलते मकान गिरे हैं। जिनमें कई लोग घायल भी हुए हैं।