
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की उपस्थिति में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा का 91वां दीक्षांत समारोह क्षत्रपति शिवाजी मंडपम खंदारी परिसर में हुआ संपन्न
मुख्य अतिथि प्रो. डा. केजी सुरेश, निदेशक, इण्डिया हैवीवेट सेन्टर, तथा विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय व राज्यमंत्री उच्च शिक्षा श्रीमती रजनी तिवारी कार्यक्रम में रहे मौजूद
समारोह में कुल 117 पदक किए गए प्रदान, इनमें 76 पदक छात्राओं और 41 छात्रों दिए गये पदक।
पीएचडी की 144 उपाधियों में 80 छात्र और 64 छात्रायें हैं शामिल।
समारोह में आंगनबाड़ी केंद्रों हेतु 100 प्री-स्कूल किट की गई प्रदान, प्राथमिक विद्यालयों को दी बच्चों के पठन पाठन हेतु पुस्तकें व शिक्षण सामग्री।
आगरा-20.08.2025/आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा का 91वां दीक्षांत समारोह क्षत्रपति शिवाजी मंडपम खंदारी परिसर में संपन्न हुआ। राज्यपाल के खन्दारी परिसर पहुंचने पर कुलपति प्रो. आशु रानी, कुलसचिव अजय मिश्रा, विश्वविद्यालय की कार्य परिषद व विद्या परिषद के सदस्यगणों द्वारा पुष्पगुच्छ देकर भव्य स्वागत किया गया व मा. राज्यपाल महोदया व अतिथियों को उत्तरीय प्रदान किया गया, मा0 राज्यपाल महोदया के मुख्य मंच पर पहुंचने पर कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्र गीत बंदे मातरम की सुमधुर ध्वनि से हुआ, तत्पश्चात विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति दी गई, कुल गीत के बाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशुरानी जी ने स्वागत संबोधन के बाद विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न कार्य,नवाचार व प्रगति विवरण को मा. राज्यपाल महोदया के समक्ष प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में कृषि,विज्ञान,कला,वाणिज्य आदि संकायों के अंतर्गत कुल 117 पदक प्रदान किए गए, इनमें 76 पदक छात्राओं और 41 छात्रों को पदक से अलंकृत किया गया तथा शोध कार्य हेतु पीएचडी की 144 उपाधियों में 80 छात्र और 64 छात्रायें शामिल रहीं। मौके पर ही मा. राज्यपाल महोदया द्वारा बटन दबाकर वर्ष 2024-25 के सत्र की सभी उपाधियों, डिग्रियों को डिजी लॉकर पोर्टल पर अपलोड किया गया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन शिक्षक यथा प्रो0 जयसवाल गौतम, शोध क्षेत्र, प्रो0 अर्चना सिंह सोशल वर्क, प्रो0 मनु प्रताप, आईटी क्षेत्र हेतु सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मा0 राज्यपाल महोदया द्वारा भाषण, चित्रकला, कहानी कथन प्रतियोगिता में विजयी प्रतियोगी बच्चों को प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो प्रदान किए तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न खेलो की प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को विभिन्न धनराशियों के प्रोत्साहन चैक प्रदान किए तथा जनपद आगरा व मैनपुरी के आंगनबाड़ी केन्द्रों हेतु यूनियन व इण्डियन बैंक के सौजन्य से 100 प्री-स्कूल किट प्रदान की गई तथा विश्वविद्यालय द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के पठन-पाठन हेतु पुस्तकें व शिक्षण सामग्री प्रदान की गई। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी मॉडल स्कूल के बच्चों द्वारा पर्यावरण गीत का नाट्य मंचन किया गया, जिसकी मा0 राज्यपाल महोदया ने सराहना की व प्रस्तुति देने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में मा0 राज्यपाल महोदया द्वारा बटन दबाकर विश्वविद्यालय में चंदन व योगवाटिका, विभिन्न विषयों की प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय सुविधा, डिजिटल संग्रहालय, भवनों के नवीनीकरण व सौन्दर्यीकरण आदि के कार्यों का लोकार्पण किया गया व विभिन्न पुस्तकों का विमोचन किया।
दीक्षान्त समारोह में पदक व उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामना देते हुए विशिष्ट अतिथि व उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्रीमती रजनी तिवारी जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी व मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकारों द्वारा देश में शिक्षा, नवाचार, स्पेश व डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध कार्य को बढ़ावा दिया गया तथा देश विदेश में भारत का परचम फहराया है। उन्होंने पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का आहवान किया कि शिक्षा सिर्फ नौकरी पाने का नहीं, राष्ट्र निर्माण का भी माध्यम बनें, आप भविष्य की शक्ति व राष्ट्र के मार्ग दर्शक हैं, राष्ट्र के विकास के साथ आप समाज में बदलाव के वाहक भी बनें। मा0 मंत्री महोदया ने कहा कि 2047 तक भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होगा, आप सभी नव भारत, सशक्त भारत का निर्माण करेंगे।
मुख्य अतिथि प्रो0 डा0 के0जी0 सुरेश ने अपने संबोधन में कहा कि दीक्षान्त समारोह यात्रा का अन्त नहीं, जीवन यात्रा की शुरूवात है, आप सभी व्यापक समाज हित को ध्यान में रखकर कार्य करें, तथा किसी भी निर्णय को करने से पहले, समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े दरिद्र नारायण व्यक्ति के बारे में सोचना कि आपके कार्य से उसे क्या लाभ होगा, नकारात्मकता से ऊपर उठकर सकारात्मक भाव अपनायें, व अपने स्व को जगायें, स्व को जगाते हुए खुद पर विश्वास करें, यह विश्वविद्यालय डा0 अम्बेडकर के नाम पर है, उन्हें जीवन संघर्ष में प्रेरणाश्रोत बनायें, आप सभी नौकरी देने वाले बनें, तभी भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा।
दीक्षान्त समारोह में विशिष्ट अतिथि मा0 उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय जी ने भी अपना संबोधन में कहा कि आज मेडल हासिल करने वाले छात्र-छात्रायें समाज के लिए मॉडल बनें, जिससे कि समाज यह आपका उदाहरण दे, उन्होंने कहा कि आपके जीवन में यह अवसर लक्ष्य निर्धारण का है, आप अपने कृतित्व व्यक्ति हित के साथ राष्ट्रहित भी जोड़ें, राज्यपाल के मार्गदर्शन में उ0प्र0 के शिक्षा क्षेत्र में सुधार हेतु लगातार कार्य किया जा रहा है, उ0प्र0 कई राज्यों से शिक्षा क्षेत्र में ऊपर उठकर आया है, पहले उ0प्र0 में ‘ए‘ ग्रेड में कोई विश्वविद्यालय नहीं था, महामहिम के निर्देशन में अम्बेडकर विश्वविद्यालय को नेक ‘ए‘ प्लस ग्रेड मिला है, तथा उ0प्र0 में नेक के ‘ए‘ प्लस-प्लस ग्रेड में 06 राज्य विश्वविद्यालय, ‘ए‘ प्लस में 07 निजी व 02 सरकारी विश्वविद्यालय ‘ए‘ ग्रेड में 04 निजी तथा 02 सरकारी विश्वविद्यालयों को ग्रेड प्राप्त हुए हैं, शिक्षा क्षेत्र में उ0प्र0 ने नया मुकाम हासिल किया है, जब से मोदी जी ने नेतृत्व संभाला उससे पहले भारत की क्या स्थिति थी, विकासशील देशों में पिछले पायदान पर था, आज अग्रिम पंक्ति में आ चुका है, हमें उसमें अपना योगदान करना है, देश हमें देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें हमें यह आदर्शवाद को मानते हुए विकसित भारत का निर्माण करना है और विकसित भारत का निर्माण शिक्षा क्षेत्र से ही होगा। आप सब सभी अपने नए जीवन में प्रवेश कर रहे हैं, राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें, उन्होंने सभी पदक व उपाधि प्राप्त करने वालों को शुभकामनायें दी। दीक्षान्त समारोह में प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदी बेन पटेल जी ने अपने संबोधन में कहा कि आज यह पावन अवसर हर्ष व गर्व की अनुभूति दे रहा है, दीक्षांत समारोह कोई औपचारिकता नहीं, बल्कि यह ज्ञान, अनुशासन व संस्कार का उत्सव है, इसके बाद हम शिक्षा समाप्त कर नई दिशा की तरफ कदम बढ़ाते हैं, राज्यपाल ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार दीक्षान्त समारोह में बच्चों द्वारा सुन्दर पेंटिंग प्रतियोगिता की गई, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की भी सुन्दर पेंटिंग बनाई गई, निबंध लेखन व हेंडराइटिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने खूबसूरत हैण्डराइिंटंग की, तथा भाषण प्रतियोगिता में छोटे बच्चों द्वारा जल के महत्व पर अपनी स्पीच दी, विश्वविद्यालय का यह प्रयास बहुत अच्छा था, मा0 राज्यपाल महोदया ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने जल का संरक्षण किया, जिसका आज हम उपयोग कर रहे हैं, हम भी अपनी आगामी पीढ़ी के लिए जल को संरक्षित करें, सम्पूर्ण विश्व जल संकट के कगार पर है, हम सभी दैनिक जीवन में व्यक्तिगत रूप से पानी बचाने का संकल्प करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में खेलो इण्डिया का शुभारम्भ किया तथा इससे पूर्व गुजरात में इनके द्वारा खेले गुजरात की पहल की, इसके द्वारा देश के लाखों बच्चों को ट्रेनिंग दी गई, जिससे खेल जगत में देश को लाभ हुआ है, सभी बच्चे अलग-अलग प्रतिभा सम्पन्न होते हैं, उनकी प्रतिभा की पहचान करें, उन्हें निखारें, कम्पटिशन को बढ़ावा दें, कम्पटिशन से ही प्रतिभा निखार व उनकी पहचान होती है। उन्होंने कहा कि सफाई कामदार का बेटा, सफाई कामदार न बने, हमें समाज के अन्तिम व्यक्ति की सोच बदलनी होगी, अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के जीवन में बदलाव आये, यहीं इस दीक्षान्त समारोह का हेतु होना चाहिए। मा0 राज्यपाल महोदया ने सामाजिक, व्यावसायिक संस्थाओं, उद्योगपति, विश्वविद्यालयों का आवाहन किया कि गरीब बच्चों को शिक्षित करने हेतु वह कार्य करें, तथा उनके जीवन में बदलाव लायें। मा0 राज्यपाल महोदया ने राजभवन द्वारा झुग्गी, झोपड़ी के बच्चों की शिक्षा, गरीब बच्चों की फीस की प्रतिपूर्ति आदि कराये जा रहे कार्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने में मदद करें।
मा0 राज्यपाल महोदया ने डा0 भीम राव आम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा को नेक द्वारा ‘ए‘ प्लस ग्रेड प्राप्त करने में किए गये प्रयासों विस्तृत रूप से बताया तथा इसे सामूहिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय की कुलपति, सभी विभागों के अध्यक्ष, प्रोफेसर, सभी कर्मचारियों, सफाई स्टाफ आदि का प्रयास व मेहनत है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में समृद्ध पुस्तकें हैं, यहां रखी पाण्डुलिपियों का डिजिटलाइजेशन कराया गया है, पहले यूनिवर्सिटी की क्षमता को बर्वाद करने का प्रयास किया जा रहा था, रोज नकारात्मक खबरें विश्वविद्यालय के बारे में मिलती थी, हमने संकल्प लिया कि ये हम नहीं होने देंगे, और सभी ने मिलकर ‘ए‘ प्लस ग्रेड प्राप्त कर सबकी बोलती बन्द कर दी। राज्यपाल महोदया ने विश्व विद्यालय को शुभकामनायें देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय वर्ल्ड रैंकिंग में 100वीं रैंकिंग तक प्राप्त करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को मिले ‘ए‘ प्लस ग्रेड यह महत्व है कि इस बार 100 से ज्यादा विदेशी छात्र-छात्राओं ने यहां प्रवेश लिया है, उन्होंने कहा कि उ0प्र0 में विदेशी यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किए गये हैं, जिससे छात्रों को अत्यंत लाभ मिल रहा है, आज हमारी 07 यूनिवर्सिटी 07 एशिया कि उच्च रैंकिंग में हैं, उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिए कि वह अधिक से अधिक रिसर्च वर्क हेतु प्रोफेसर व छात्रों को फण्ड की सुविधा उपलब्ध कराये, तथा साइंस व टेक्नोलॉजी में ग्रांट जारी कर शोध कार्य को अधिक से अधिक बढावा दें। मा0 राज्यपाल महोदया ने कहा कि सरकार द्वारा विश्वविद्यालयों को जो ग्रांट मिलती है, उसका बढ़ा हिस्सा बिना खर्च किए वापस चला जाता है, उन्होंने कहा कि नये शोध प्रोजेक्ट के हिसाब से ग्रान्ट जारी करें, तथा समस्त पोर्टल का उपयोग करें। विश्वविद्यालय के लिए आगामी 25 वर्षों की आवश्यकता हेतु कार्ययोजना, व विजन लेकर कार्य करें, उन्होंने हाल ही में अंतरिक्ष यात्रा से वापस लौटे सुभांशु शुक्ला का उदाहरण देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे छात्र पैदा करे। हमारा देश विकसित राष्ट्र, बोलने से नहीं काम करने, बदलाव लाने से बनेगा, उन्होंने कहा कि आज दीक्षान्त समारोह में आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों हेतु किट प्रदान की गई, इन केन्द्रों पर बच्चों हेतु खाने, खेलने के साधन उपलब्ध कराये जाएं, यूनिवर्सिटी व संस्थायें आगे आयें, इस मुहिम द्वारा अब तक 40 हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किट की उपलब्धता कराई गई है, कई जिलों में शत-प्रतिशत केन्द्रों को आच्छादित कर लिया गया है, इस हेतु कम्पनियों, संस्थाओं को सीएसआर फण्ड देने हेतु भी प्रेरित करें। हमारे बच्चे सशक्त होंगे तो राष्ट्र सशक्त बनेगा, मा0 राज्यपाल महोदया ने कहा कि शैक्षिक क्षेत्र में प्रगति हेतु कक्षा के0जी0 से पी0जी0 तक एक समग्र शिक्षा की कार्ययोजना बनें, महिला बाल विकास विभाग, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभाग आपस में जुड़कर समन्वय के साथ 10 वर्ष की ठोस कार्ययोजना बनायें, मा0 राज्यपाल महोदया ने भीम राम आम्बेडकर यूनिवर्सिटी की कार्यशीलता व इसमें आये बदलाओं के बारे में बताते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी के कुलपति के 2019 के दीक्षान्त समारोह की प्रगति आख्या प्रस्तुति तथा 2025 की प्रगति आख्या सम्पूर्ण स्थिति को स्पष्ट कर देते हैं, उन्होंने अपने सम्बोधन के अन्त में सभी पदक व उपाधि प्राप्त करने वालों को शुभकामनायें दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपना सम्बोधन समाप्त किया।