जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (ग्रामीण क्षेत्र) की बैठक हुई सम्पन्न
एमओआईसी अपने कार्य क्षेत्र के पास करें प्रवास, आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं का त्वरित गति से दें लाभ
आशाओं को प्रोत्साहन भत्ते की जानकारी देकर बढ़ायें उनकी आय, निष्क्रिय आशाओं के विरूद्ध करें कठोर कार्यवाही
आगरा.14.06.2024/सभी एमओआईसी अपने कार्य क्षेत्र के पास अपना प्रवास करें, जिससे आमजन को स्वास्थ्य सेवाओं का त्वरित गति से लाभ दिया जा सके और अपने व्यक्तिगत प्रयासों से पीएचसी व सीएचसी पर दी जाने वाली सुविधायें लाभार्थियों को देना सुनिश्चित करें। उक्त निर्देश जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी जी ने कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति (ग्रामीण क्षेत्र) की बैठक में दिए।
बैठक में जननी सुरक्षा योजना के भुगतान की समीक्षा में बताया गया कि विगत वर्ष में हुए कुल 6384 प्रसवों के सापेक्ष वर्तमान तक 5197 लाभार्थियों का भुगतान डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में किया जा चुका है, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने विगत वर्ष के शेष भुगतान को माह जून के अन्त तक कराये जाने के निर्देश दिए तथा उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि रजिस्ट्रेशन के समय ही लभार्थियों के समस्त विवरण को पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित किया जाय, ताकि भुगतान समय से लाभार्थी को किया जा सके। गर्भवती महिलाओं व बच्चों के रजिस्ट्रेशन की समीक्षा करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि गर्भवती महिला और बच्चों के आशा और एएनएम के द्वारा रजिस्ट्रेशन के समय ही सभी डाटा अपलोड करा लिया जाय, जिसे कम्प्यूटर आपरेटर के माध्यम से आरसीएस पोर्टल पर अपलोड कराया जाए, ताकि पोर्टल पर अंकित डाटा का सभी एमओआईसी आसानी से समीक्षा कर सकें व निगरानी रख सकें। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए की आगामी बैठक में ई-कवच एप की डाटा शीट समीक्षा के लिए अवश्य प्रस्तुत करें।
आशा द्वारा किये जाने वाले कार्यों की समीक्षा में बताया गया कि जनपद में निर्धारित कार्यों के सापेक्ष लगभग 40 आशायें कार्य नहीं कर रही थीं, जिनकी सेवायें समाप्त कर दी गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आशाओं को उनके द्वारा किए जाने वाले कार्यों के सापेक्ष दिए जाने वाले प्रोत्साहन भत्ते की जानकारी दी जाए, जिससे उनकी आय में बढोत्तरी हो सके, साथ ही साथ स्वास्थ्य सेवाओं को संचालित करने में भी सहयोग मिले। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में कार्यरत आशाओं का प्रोत्साहन भत्ता यदि तीन माह में 5000 रूपये से कम मिलता है तो उसका कारण स्पष्ट किया जाए तथा उन आशाओं के विरूद्ध क्या कार्यवाही की जा रही है़, की भी जानकारी दी जाए।
ई-रूपे बाउचर की समीक्षा में बताया गया कि ई-रूपे बाउचर के माध्यम से लाभार्थियों को अल्ट्रासाउण्ड कराने के लिए फैसिलिटी दी जाती है, जिसके माध्यम से वह किसी प्राइवेट संस्थान में अपना अल्ट्रासाउण्ड करा सकते हैं। उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश दिए गए कि जनपद में जारी किए गये ई-रूपे बाउचर के औसत से किसी भी ब्लॉक में कम ई-रूपे बाउचर जारी न किए जाएं। एआरबी की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ईआरबी की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए तथा इनका लाभ लाभार्थियों को दिया जाए। यदि किसी स्वास्थ्य केन्द्र पर एक्सपायरी पीआरबी मिलती है तो सम्बन्धित की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में बताया गया कि स्वास्थ्य सेवाओं में जनपद प्रदेश में चौथे स्थान पर है और जनपद में विकास खण्ड बिचपुरी प्रथम स्थान पर तथा आगरा (शहर) 16वें स्थान पर है।
बैठक में शहरी क्षेत्र में यूपीएचसी पर तैनात कर्मचारियों, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपीपी परियोजनाओं के अन्तर्गत दी जाने वाली चिकित्सीय सुविधाएं, मैटर्नल डेथ संर्विसलांस एण्ड रिस्पांस, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, टीकाकरण, फैमिली प्लानिंग, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, हेल्थ एण्ड वेलनेश सेन्टर, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा आभा आईडी आदि विषयों पर गहनता से समीक्षा की गई।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अरूण कुमार श्रीवास्तव, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, डब्ल्यूएचओ से श्रीमती महिमा, अरविन्द शर्मा, राहुल कुलश्रेष्ठ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।