नगर आयुक्त की सख्ती के चलते आईजीआरएस रैंकिंग में सुधार

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा, 6 फरवरी। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल के सख्त रवैये के चलते नगर निगम की आई0जी0आर0एस0 रैंकिंग में निरंतर सुधार हो रहा है। सितंबर माह में नगर निगम का आई0जी0आर0एस0 रैंकिंग में जहां 15 वां स्थान था वही जनवरी में छठवें स्थान पर पहुंच गया है।
उत्तर प्रदेष शासन के द्वारा एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली की रैंकिंग जन शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता और समयबद्वता के आधार पर निर्धारित की जाती है। प्रत्येक माह शासन के द्वारा जिलों की रैंकिंग जारी की जाती है जिसमें शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तपूर्ण निस्तारण को प्रमुख माना जाता है। नगरायुक्त के निर्देशन में संचालित आईजीआरएस प्रकोष्ठ के अधिकारी शिकायतों के निस्तारण के बाद शिकायतकर्ता के फीडबैक के आधार पर संबधित अधिकारी द्वारा दी निस्तारण आख्या की जांच करते हैं। गड़बड़ी पाये जाने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए नोटिस जारी किये जाते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर नगर आयुक्त एवं वरिष्ठ प्रभारी आई0जी0आर0एस सैल सुरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि सितंबर माह में जहां नगर निगम को 15 वीं रैंक प्राप्त हुई थी वहीं जनवरी माह में ये बढ़कर छटवें स्थान पर पहुंच गयी है। रैंकिंग में सुधार के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। निगेटिव फीडबैेक के कारण इस बार चार अंक कटे हैं। नब्बे में से नगर निगम आगरा को 86 अंक प्राप्त हुए हैं। निगेटिव फीड बैक पर लगातार कॉल की जा रही है। शिकायतकर्ता को लगातार स्थिति से अवगत कराया जा रहा है। डिमांडबेस वाली शिकायतों पर अधिकांशतः निगेटिव फीडबैक प्राप्त हो रहे हैं।

–लापरवाही पर लगातार जारी किये जा रहे नोटिस—

शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही या समय से निस्तारण आख्या न देने वाले अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। सभी अधिकारियांे को नगरायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि निस्तारण आख्या डिफाल्टर डेट से तीन दिन पूर्व देनी होगी। इस कार्य में जो भी अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं उनको नोटिस से लेकर वेतन कटने तक की कार्रवाई से गुजरना पड़ रहा है।

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