नगर आयुक्त के निर्देश पर जल्द ही शुरू किया जायेगा अभियान
आगरा। नगर निगम ने बरसात के मौसम को देखते हुए शहर में संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। ‘संक्रामक रोग नियंत्रण माह’ के अंतर्गत नगर निगम अब उन दुकानदारों और कारोबारियों पर शिकंजा कसने जा रहा है, जो अपने प्रतिष्ठानों पर डस्टबिन नहीं रखते हैं और कूड़ा सार्वजनिक स्थानों पर फेंकते हैं।
नगर निगम प्रशासन के अनुसार, कई व्यापारिक क्षेत्रों से लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि दुकानदार कचरा सड़क किनारे, नालियों या खाली प्लॉटों में फेंक देते हैं, जिससे जलभराव और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इस बार निगम ने तय किया है कि 31 जुलाई तक चलने वाले इस विशेष अभियान के दौरान शहर के बाजारों, प्रमुख व्यावसायिक इलाकों और साप्ताहिक हाटों की निगरानी की जाएगी।
—+डस्टबिन न रखने वालों को मिलेगा नोटिस, फिर लगेगा जुर्माना—+
नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग और प्रवर्तन दलों को निर्देशित किया गया है कि वे दुकानदारों को पहले डस्टबिन रखने के लिए चेतावनी नोटिस दें। इसके बाद भी यदि कोई दुकानदार निर्धारित मानकों का पालन नहीं करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और ज़रूरत पड़ने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।
—-संक्रमण फैलने का बढ़ता खतरा—
बरसात के मौसम में गंदगी से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, टाइफाइड जैसे कई संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी रहती है। कूड़े के ढेरों में मच्छर व मक्खी पनपते हैं जो संक्रमण फैलाने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। ऐसे में नगर निगम की यह कार्रवाई न केवल स्वच्छता सुनिश्चित करेगी, बल्कि जनस्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए भी अहम कदम साबित होगी।
—स्वच्छता का सामूहिक संकल्प–+
वहीं दूसरी ओर नगर निगम प्रशासन आमजन और दुकानदारों से अपील कर रहा है कि वे अपने प्रतिष्ठानों के आसपास स्वच्छता बनाए रखें, कूड़ा निर्धारित स्थानों पर ही फेंकें और व्यक्तिगत स्तर पर भी स्वच्छता नियमों का पालन करें। डस्टबिन रखना सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिक होने का प्रतीक है।
—नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का वर्जन—
“संक्रामक रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत हम शहर को स्वच्छ और रोगमुक्त रखने के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं। डस्टबिन न रखने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई होगी। सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को स्वच्छता नियमों का पालन करना अनिवार्य है। निगम की टीमें निरीक्षण करेंगी और दोषी पाए जाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। हमारा उद्देश्य केवल कार्रवाई नहीं, बल्कि जागरूकता भी है।”