29 अगस्त हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्म दिन राष्ट्रीय खेल दिवस पर रोचक गाथाएं
जब हाकी के जादूगर ध्यानचंद के खेल से घबराकर स्वतंत्रता से पूर्व इंग्लैंड ने 1928 एमस्टरडम ओलंपिक से अपना नाम वापस ले लिया कि कहीं ऐसा न हो कि हम गुलाम भारत से पराजित हो जाएं। स्वतंत्रता से पहले खेल मैदान पर भारत की इंग्लैंड पर यह प्रथम विजय थी । जिसने भारत की स्वतंत्रता की आहट 1928 में ही दे दी थी।
दुनिया में हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद से जुड़ी अनेकों रोचक गाथाएं है और उनके खेल जीवन में जितने अनोखे प्रयोग किए गए हैं शायद ही किसी और खिलाड़ी के साथ दुनिया में किए गए हों। यही वह गाथाएं है जो हमें राष्ट्र के प्रति , मातृ भूमि के प्रति कुछ कर गुजरने की प्रेरणा देती है।
उन्हीं में से एक रोचक गाथा जो 1928 एमस्टरडम ओलम्पिक से जुड़ी हुई है जिसमें हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की स्टिक तोड़कर देखी जाती है कि कहीं उसमें चुंबक तो नहीं लगा ।