आगरा, 24 मार्च। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के दिशानिर्देश पर, जनपद न्यायाधीश विवेक संगल के मार्गदर्शन में आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री नसीमा ख़ानम, सदस्यगण/अपर जनपद न्यायाधीशगण, श्रीमती शिप्रा आर्य, कनिष्क सिंह व ज्ञानेंद्र त्रिपाठी (सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा) एवम् न्यायिक दंडाधिकारी सुश्री ज्योत्स्ना मणि यदुवंशी द्वारा रामलाल आश्रम, सिकंदरा, आगरा; मातृछाया शिशु गृह, नेहरू नगर,आगरा;रानी लक्ष्मीबाई आशा ज्योति केंद्र, आगरा एवम् प्रेमदान आश्रय गृह, प्रताप पुरा, आगरा का निरीक्षण किया गया।आश्रय गृहों के निरीक्षण के दौरान संबंधित संस्था के संचालक/अधीक्षक/ प्रभारी तथा कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान रामलाल वृद्ध आश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा द्वारा अवगत कराया गया कि वृद्धजन आश्रमवासियों के आधार कार्ड न बन पाने के कारण उनको कोई भी सरकारी सुविधायें यथा वृद्धा पेंशन,राशन, आदि नहीं मिल पा रही है।इस संबंध में आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा सुश्री नसीमा ख़ानम द्वारा उच्चाधिकारियों को पत्राचार हेतु निर्देशित किया गया । इसके अतिरिक्त रानी लक्ष्मीबाई/आशा ज्योति केन्द्र एवम् प्रेमदान आश्रय गृह के अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि संस्था की साफ-सफाई एवं खान पान पर विशेष ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें। मातृछाया शिशु गृह मे गत कई वर्षों से कोई शिशु नहीं आ रहा है, जिसके लिए संस्था के प्रचार प्रसार हेतु निर्देशित किया गया।