—– वार्ड स्तर पर मिशन क्लीन स्टार्ट, बच्चों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
—— सूखा-गीला अलग करना बनाएं आदत, सफाईकर्मी घर-घर कर रहे अपील
आगरा। स्वच्छता में उत्कृष्टता की ओर बढ़ते हुए नगर निगम आगरा अब कूड़े के उद्गम स्थल पर ही उसका निस्तारण कराने की रणनीति पर काम कर रहा है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में शहर को देश की टॉप टेन सूची से आगे बढ़ाकर पहले पायदान तक पहुंचाना है।
नगर निगम की इस पहल के तहत शहर के कई वार्डों में घर-घर जाकर नागरिकों को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग निस्तारित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वर्तमान में वार्ड संख्या 2,4, 14, 19 और 70 में यह योजना प्रारंभ हो चुकी है। योजना को व्यापक रूप देने के लिए होम कंपोस्टिंग, कम्युनिटी कंपोस्टिंग, स्कूली शिक्षा और सफाईकर्मियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम के अनुसार, यह प्रक्रिया जल्द ही शहर के समस्त वार्डों में लागू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि नगर निगम का फोकस ‘कूड़ा वहीं निस्तारित हो, जहां उत्पन्न हो’ की नीति पर है।
एस.एफ.आई. लक्की शर्मा ने जानकारी दी कि वार्ड संख्या 19 में इस रणनीति को पूरी तरह अमल में लाया जा चुका है, जहां सौ फीसदी कूड़े का निस्तारण स्थानीय स्तर पर ही किया जा रहा है। इसमें स्थानीय स्कूलों की भी अहम भूमिका है, जहां बच्चों को अलग-अलग कूड़े की पहचान और निस्तारण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
नगर निगम के सुपरवाइजर और सफाई कर्मचारी भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वे घर-घर जाकर नागरिकों से आग्रह कर रहे हैं कि वे गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में डालें, जिससे कंपोस्टिंग प्रक्रिया को सुचारु रूप से आगे बढ़ाया जा सके।
—नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का वर्जन —-
“आगरा को स्वच्छता के मामले में देश का अग्रणी शहर बनाने का हमारा संकल्प है। हम हर स्तर पर प्रयासरत हैं कि कूड़ा निस्तारण का काम आधुनिक, वैज्ञानिक और स्थानीय रूप से हो। यह पहल सिर्फ स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए नहीं, बल्कि शहर की स्थायी सफाई व्यवस्था के लिए भी अहम है।”