आगरा, 5 फरवरी। राजस्व वसूली को लेकर नगरयुक्त के सख्त तेवर अब रंग लाने लगे हैं। बकायेदारों पर रोजाना की जा रही सीलिंग और कुर्की की कार्रवाई से बचने से लिए अब लोग मौके पर ही कर जमा करा रहे हैं। छत्ता जोन में ही बुधवार को बीस लाख रुपये से अधिक का टैक्स जमा कराया गया है।
नुनिहाई में संचालित महर्षि दयानंद आयरन फाउंड्री पर नगर निगम का एक लाख बहात्तर हजार सोलह रुपया संपत्ति कर के रुप में 2021 से चला आ रहा था। नगर निगम की ओर से लगातार उक्त बकायेदार को नोटिस आदि जारी कर टैक्स जमा कराये जाने के लिए कहा जा रहा था। कुर्की वारंट भी चस्पा कर दिये गये थे। इसके बावजूद बकायेदार ने टैक्स जमा नहीं कराया तो जोनल अधिकारी विजय सिंह के नेतृत्व में कर अधीक्षक नरेंद्र पाल सिंह,राजस्व निरीक्षक रोहित वर्मा, चंद्रवीर सिंह, और शालिनी सिंह की टीम ने मौके पर पहुंचकर सीलिंग की कार्रवाई प्रारंभ की । इससे घबराकर फैक्ट्री स्वामी ने मौके पर ही पूरा टैक्स ऑनलाइन जमा करा दिया।
वहीं दूसरी ओर सरकारी विभागों से बकाये की वसूली के लिए नगरायुक्त द्वारा संबंधित विभागों के अध्यक्षों और कमिश्नर को पत्र लिखे गये हैं। उसका भी असर अब दिखाई देने लगा है। बुधवार को ही विकास प्राधिकरण सचिव की ओर से नगर निगम को संपंत्ति कर के रुप में 1813116 रुपये का चेक जमा कराया। विकास प्राधिकरण द्वारा छीपीटोला क्षेत्र में संचालित सामुदायिक केंद्र पर 2014 से टैक्स बकाया चला आ रहा था। इस भवन में विवाह समारोह समेत अन्य मांगलिक आयोजन किये जाते हैं जिसके बदले प्राधिकरण किराया वसूलता है। छत्ता जोन में बुधवार को ही राजस्व विभाग की टीम ने बीस लाख से अधिक की टैक्स वसूली की है।
—पचास हजार से अधिक के बकायेदारों पर खास नजर—
जीआईएस सर्वे में अपडेट सम्पत्तियों में पचास हजार से अधिक के बकायेदारों पर नकेल कसने के निर्देश दिये गये हैं। नगरायुक्त के अनुसार अब हर राजस्व निरीक्षक को पचास हजार से अधिक के दस बकायेदारों से वसूली करना रोजना अनिवार्य कर दिया गया है। वसूली में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई हेै।
—-लक्ष्य पूरा करने के निर्देश–
इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि सौ करोड़ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नगर निगम बकायेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। पचास हजार से अधिक के बकायेदारों के खिलाफ नगरायुक्त ने कुर्की वारंट जारी कर सम्पत्ति सील करने की कार्रवाई के आदेश दिये हुए हैं। इसी क्रम में सभी जोनल अधिकारियों के अलावा राजस्व निरीक्षकों के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिये गये हैं।
वर्जन—
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने सभी बकायेदारों से अपील है कि वे सीलिंग और कुर्की की कार्रवाई से बचने के लिए समय से टैक्स जमा कराते हुए शहर के विकास और सौंदर्यीकरण में अपना योगदान दें।