आलू बीज घोटाले की जांच की मांग तथा आलू किसानों को बीज देने की मांग को लेकर किसान नेताओं श्याम सिंह चाहर, लक्ष्मीनरायन बघेल, वीरेंद्र सिंह, लाखन सिंह त्यागी ने जिलाधिकारी को दिया ज्ञापन
आगरा, 31 अक्टूबर। आलू बीज वितरण में धांधली करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे, चाहे वह कोई भी क्यों न हो। यह कहना है जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी का। आलू बीज घोटाले की जांच की मांग को लेकर आज शुक्रवार को किसान नेता श्याम सिंह चाहर, लक्ष्मीनरायन बघेल, वीरेंद्र सिंह, लाखन सिंह त्यागी आदि जिलाधिकारी से मिले। इस पर डीएम ने साफ कहा कि आलू बीज घोटाले में जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी। साथ ही वास्तविक आलू किसानों को बीज उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मामले कीजांच के लिये सीडीओ की अध्यक्षता में एक टीम गठित कर दी गयी है। जिसमें एडीएम वित्त और जिला विकास अधिकारी को नामित किया गया है।
इन किसान नेताओं का कहना है कि जनपद में आलू बीज का आवंटन जरूरतमंद वास्तविक किसानों को न कर माफियाओं और ठेकेदारों को कर दिया गया है। जिसका परिणाम 30 अक्टूबर को हाथरस रोड पर फूटा वास्तविक आलू किसानों का गुस्सा है। ताज सिटी आगरा आलू उत्पादक किसान सेवा समिति के माध्यम से लक्ष्मीनरायन बघेल ने प्रार्थना पत्र देकर आलू बीज वितरण लाटरी के माध्यम से करने का अनुरोध किया था। जिससे वास्तविक हम किसानों को आलू बीज उपयुक्त मात्रा में मिल सकता था। लेकिन उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों की नाकामी के कारण असली किसान पैसा जमा करने के बावजूद बीज के लिये भटक रहे हैं जबकि माफिया और तथा कथित रसूकदार लोग जरूरत से भी ज्यादा आलू बीज हर वर्ष की भांति इस साल भी उठा ले गये हैं।
पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा यह व्यवस्था बनायी गयी थी पहले आओ , पहले पाओ नियम के आधार पर प्रत्येक आलू किसान को दस कुंतल आलू बीज दिया जाएगा। लेकिन यह व्यवस्था भी हवा में उड़ा दी गयी। किसान नेताओं का आरोप है कि शासन-प्रशासन की मिली भगत से असली आलू किसानों के साथ गत वर्ष की भांति ही अन्याय किया गया है। अगर व्यवस्था नहीं सुधरी तो हम किसान उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
किसानों ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रेटी जांच करा दोषियों को दंडित किया जाए। साथ ही वास्तविक हम आलू किसानों को उच्च स्तरीय बीज उपलब्ध कराया जाए। हमारी समिति ने अलीगढ़ में हाल ही में हुई कृषि गोष्ठी में भी माननीय मंत्रीजी को ज्ञापन देकर आलू बीज की दर कम करने और आवंटन बढ़ाने के साथ ही हरा, सड़़ा, गला आलू बीज छांटकर हम किसानों को पूरे वजन के साथ दिये जाने की मांग की थी। लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। अगर बीज ही हम किसानों को खराब मिलेगा तो आलू की पैदावार कैसे बढ़ा पाएंगे। इससे आलू किसानों की माली हालत में भी गिरावट आएगी।ज्ञापन में कहा है, सरकार की मंशा है कि आलू किसानों को सुविधा देकर अच्छा आलू की पैदावार बढ़ायी जाए। लेकिन सरकार की मंशा को अधिकारी ही चूना लगा रहे हैं। जिससे किसान पूरी तरह निराश है। ज्ञातव्य है कि गुरुवार को हाथरस रोड पर आलू उत्पादक किसानों ने हाईवे जाम कर दिया था। इसके बाद ही प्रशासन जागा है।
