आगरा.13.06.2024.मण्डलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आज गुरूवार को मण्डलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी की बैठक हुई जिसमें वर्ष 2024 में खरीफ फसलों के उत्पादन संबंधी तैयारी एवं प्रगति की समीक्षा की गयी। अवगत कराया गया कि खरीफ वर्ष 2023 में मण्डल में लगभग 1324693 मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था। इस वर्ष लगभग 1472505 मीट्रिक टन खरीफ फसलों के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए 512885 हेक्टे क्षेत्र आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मृदा परीक्षण हेतु आगरा में 99 प्रतिशत, मथुरा में 92 प्रतिशत, फिरोजाबाद में 99 प्रतिशत तथा मैनपुरी में 70 प्रतिशत मृदा के नमूने एकत्रित किए जा चुके हैं। शत प्रतिशत मृदा नमूने एकत्रीकरण के निर्देश दिए गये। उर्वरकों के लक्ष्य एवं उपलब्धता की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया कि आगरा मण्डल में यूरिया 26790 मी0 टन, डीएपी 6320 मी0 टन, एमओपी 970 मी0 टन और एनपीके 6000 मी0 टन वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खरीफ फसलों में संभावित कीट रोग एवं खरपतवार से बचाव हेतु कृषि रक्षा रसायनों, बायोपेस्टीसाइड की व्यवस्था समय से करने के निर्देश दिए। किसानों को उपलब्ध कराये जाने वाले किसान क्रेडिट कार्ड, खेत तालाब योजना, पीएम कुसुम योजना की प्रगति की समीक्षा की गयी। मण्डल में कृषि निवेशों की पूर्ति के क्रम में खरीफ बीज के जनपदवार लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए बीज की उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दिए।
विद्युत, नलकूप एवं नहरों के संचालन की व्यवस्था की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि मैनपुरी और बाह (आगरा) में कम विद्युत आपूर्ति की समस्या ज्यादा आ रही है। मण्डलायुक्त महोदया ने बिजली विभाग से समन्वय कर समुचित विद्युत आपूर्ति कराये एवं खराब हो चुके नलकूपों को रिबोर करने अथवा नये लगाये जाने के निर्देश दिए। खरीफ फसलों के उत्पादन में वृद्धि हेतु अपनायी जाने वाली रणनीति पर भी चर्चा की गयी। जिसमें खेत की भूमि का समतलीकरण कराये जाने हेतु अधिक से अधिक किसानों को लेजर लैण्ड लेवलर उपलब्ध कराये जाने, क्राॅप लोन वितरित किए जाने, सोलर पम्पों की स्थापना करने आदि निर्देश दिए गये। साथ ही प्रगतिशील किसानों में नये किसानों को भी शामिल करते हुए संबंधित अधिकारियों के दल के साथ उन मण्डलों में प्रशिक्षण/भ्रमण ले जाने की व्यवस्था पर जोर दिया जहां सर्वाधिक उत्पादकता प्राप्त की गयी है।