पालीवाल पार्क के दूसरे भाग को चिल्ड्रन पार्क के रूप में विकसित कर बच्चों के बढ़िया व मॉडर्न झूले लगाएं जाये
मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में उद्यान विकास समिति की बैठक हुई संपन्न
आगरा.19.06.2024.आयुक्त कार्यालय स्थित लघु सभागार में आज बुधवार को मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में उद्यान विकास समिति की बैठक हुई। सर्वप्रथम विगत समिति की बैठक की अनुपालन आख्या की स्थिति पर चर्चा की गयी। पालीवाल पार्क के दूसरे भाग को चिल्ड्रन पार्क के रूप में विकसित किये जाने को लेकर मंडलायुक्त ने निर्देश दिये कि पार्क के जितने हिस्से में चिल्ड्रन पार्क विकसित किया जाना है, उसे चिन्हित कर किसी सलाहकार के माध्यम से पार्क की डिजायन बनवाएं। उसमें बढ़िया व मॉडर्न बच्चों के झूले लगाएं जाये। पार्क में पहले से ही लगे पेड़ों को किसी तरह का नुकसान न हो। समिति में शामिल पर्यावरणविद् सदस्यों द्वारा जोंस लाईब्रेरी से आगे वाले क्षेत्र में फैली गंदगी से अवगत कराया गया। उक्त क्षेत्र को शामिल करते हुए निर्देश दिये कि पालीवाल पार्क के सभी क्षेत्रों में समुचित साफ़-सफाई होनी चाहिए। छूटे हुए क्षेत्र को भी विकसित किया गया। प्लानिंग कर प्लांटेशन किया जाए।
आंबेडकर पार्क के सुदृढ़ीकरण एवं बाउंड्रीवाल व फाउंटेन के जीर्णोद्धार तथा शाहजहाँ पार्क की क्षतिग्रस्त ग्रिल का कार्य पर्यटन सहभागिता मद से कराये जाने हेतु ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। शाहजहाँ पार्क में विद्युत पोल पर एलईडी लाईट लगाए जाने के अनुपालन पर चर्चा के दौरान शाहजहाँ पार्क के खोले जाने के समय, पार्क के अंदर नर्सरी को आकर्षक स्वरूप में लाने, सुविकसित करने से संबंधित कई विचार व सुझाव रखे गए। मंडलायुक्त ने सभी सुझावों को शामिल करते हुए शाहजहाँ पार्क के सौंदर्यीकरण हेतु एक प्रॉपर एजेंडा तैयार करने, आवश्यकतानुसार लाइटिंग करने तथा पार्क को आमजन हेतु रात 9 बजे तक खोले जाने के निर्देश दिये।
पालीवाल पार्क के बाल विहार झील में झील के पानी की सफाई के संबंध में निर्देश दिये गए कि झील में पानी की उपलब्धता बनाये रखने, पानी हमेशा साफ रहे एवं रैन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए एजेंसी के माध्यम से कार्य योजना तैयार की जाए। संजय प्लेस स्थित संजय पार्क की भूमि पर शोभाकार पौधों की बिक्री हेतु बिक्री केंद्र बनाने तथा संजय पार्क के दूसरे भाग में जलभराव की समस्या का निदान करते हुए उक्त स्थल पर मिट्टी डालकर पार्क का समतलीकरण किए जाने के निर्देश दिए गये। शाहजहाँ पार्क व पालीवाल पार्क में पेड़-पौधों की सिंचाई हेतु एसटीपी का पानी प्रयोग में लाये जाने से संबंधित तैयार की गयी कार्ययोजना का आंगणक पुनः रिवाइज करने के निर्देश दिये। वहीं शाहजहाँ पार्क में पर्यटकों हेतु प्रस्तावित स्काई डाइनिंग से संबंधित एनओसी एडीए को जारी हो चुकी है।
इस वर्षाकाल में उद्यान विभाग द्वारा किये जाने वाले वृक्षारोपण के लक्ष्य एवं तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि विभाग को 1.20 लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य मिला है। ताज व्यू गार्डन, पालीवाल पार्क, यमुना किनारा रोड एवं शाहजहां पार्क में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाएगा। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी राजकीय उद्यान पार्कों में कोई भी पेच या कॉर्नर नहीं बचना चाहिए। फलदार वृक्ष भी लगाए जाएं। पालीवाल पार्क के दूसरे भाग को बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करने एवं इसके अलावा और कहां-कहां वृक्षारोपण किया जा रहा है, इसकी कार्य योजना से अवगत कराया जाए।
पालीवाल पार्क में टूटी बेंचेज के स्थान पर नई बेंचेज लगाने एवं योग स्थल पर रेड स्टोन लगाने पर विचार विमर्श किया गया। चर्चा उपरांत निर्देश दिए गए कि सीएसआर फंड से इसकी व्यवस्था करते हुए एक डिजायन में सभी नई बेंचेज लगाई जाएं। सभी राजकीय उद्यान पार्कों में प्रतिबंधित पॉलीथिन को अंदर ले जाने से रोका जाए, प्रवेश द्वार पर कपड़े से बने थैले उपलब्ध करायें जाएं। पार्कों के अंदर असामाजिक तत्वों की आवाजाही रोकने हेतु मुख्य प्रवेश द्वारों के अलावा अन्य सभी प्रवेश स्थल को बंद कराने के साथ पार्कों का समुचित रखरखाव करने के निर्देश दिये। बैठक में ताज व्यू गार्डन और हाथी घाट के समीप उद्यान विभाग के पार्क को हेरीटेज पार्क के रूप में विकसित करने से संबंधित मल्टीमीडिया प्रस्तुतिकरण दिया गया। सभी की सहमति मिलने के उपरांत उक्त कार्य योजना को धरातल पर लाये जाने के निर्देश दिये गए।
बैठक में जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी , आगरा विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता यादव , अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र यादव , उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ धर्मपाल यादव , उद्यान अधीक्षक रजनीश पांडे , क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी श्रीमती दीप्ति वत्स , प्राधिकरण मुख्य अभियंता अविनेंद्र सिंह , मुख्य अभियंता निर्माण बीएल गुप्ता , पर्यावरणविद् सदस्य के रूप में डॉ मुकुल पांडे और डॉ मनस्वी राय आदि मौजूद रहे।