आगरा, 23 नवंबर। आगरा टर्मिनल एफ एस ब्रांच व अन्य नहरों-माइनरों की सिल्ट सफाई की जांच सप्ताह भर में करने के निर्देश मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी ने संयुक्त विकास आयुक्त को दिये हैं। इस संबंध में किसान नेता श्याम सिंह चाहर तथा किसान मजदूर नेता चौ. दिलीप सिंह ने मंडलायुक्त से शिकायत की थी। उनका कहना है कि नहरों का पानी रुकवाकर सिल्ट सफाई की जाए। इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता की तानाशाही की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गयी थी। इस शिकायत पर ही मंडलायुक्त ने जांच के आदेश आज ही दिये हैं।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर का कहना है कि नहरों -माइनरों की सिल्ट सफाई के ठेके दिए थे। नहरों की सफाई 30 नवंबर 2024 तक होनी थी , जो आज तक नहीं हुई ।उन्होंने कहा कि आज भी नहरों में घास दिखाई दे रही है। एफएस ब्रांच में तो आज तक पानी नहीं पहुंचा। किसान नेता ने नहर विभाग के खिलाफ पत्र आयुक्त को दिया था ।उस पर जिलाधिकारी से टीम बनाकर जांच करने को कहा परंतु कोई जांच नहीं हुई।
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने नहर विभाग के अधीक्षण अभियंता पर आरोप लगाया कि आगरा की नहरों के पानी को हरियाणा सरकार को बेच दिया। दौरैठा एस्केप पर पानी रोक कर खारी नदी में पूरा पानी डाल दिया । किसान दुखी हैं कि वे फसल की बुवाई बिना नहर के पानी के कैसे करेंगे।
किसान मजदूर नेता दिलीप सिंह ने नहर विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि सरकारी धन का घोटाला किया गया। ना किसी नहर की सिल्ट सफाई हुई जब नहर में पानी छोड़ा गया तो कई जगह से नहर की पटरी टूट गई । कमिश्नर ने पत्रों पर संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से जेडीसी को जांच के आदेश कर दिए हैं ।अब टीम गठित होकर के होगी जांच। जिससे होगा नहर सफाई घोटाले का पूरा पर्दाफाश और सच्चाई सामने आएगी।