आगरा, 28 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के सदस्य सचिव संजय सिंह प्रथम के द्वारा जिला कारागार आगरा का औचक निरीक्षण किया गया सर्वप्रथम पाठशाला का निरीक्षण किया गया जिसमें निरुद्ध बंदियो का भोजन बन रहा था। दिए जा रहे भोजन में सब्जी मूली की सब्जी की गुणवत्ता संतोष जनक नहीं पाई गई। इसके बाद अस्पताल बैरिक का निरीक्षण किया गया बैरिक में उपस्थित डॉक्टर से पूछताछ की गई की आज बैंक में कितने मरीज भर्ती है तथा उनको कौन सी दवाई दी जा रही है एवं किस प्रकार से और कितने दिन से अस्पताल बैरिक में भर्ती हैं। इसके संबंध में उपस्थित डॉक्टर ने जानकारी प्रदान की तथा डॉक्टर को निर्देशित किया गया कि चिकित्सीय उपचार में किसी प्रकार का भी लापरवाही ना बरती जाए। साथ ही निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधीक्षक को भी निर्देशित किया गया कि निरुद्ध बंदियो के को दिए जाने वाले भोजन तथा चिकित्सीय उपचार में विशेष ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें। सचिव के द्वारा जिला कारागार आगरा में संचालित लीगल एट क्लिनिक का निरीक्षण किया गया लीगल एट क्लीनिक में कारगर जय पीएलबी से जेल के जेल में निरोध रह रहे बंधिया की सहायता के विषय पर वार्तालाप की गई। साथ ही निर्देशित किया गया कि निशुल्क अधिवक्ता हेतु नालसा पोर्टल के माध्यम से प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें। अंत में अधीक्षक जिला कारागार आगरा को निर्देशित किया गया कि निशुल्क विधिक सहायता की प्रार्थना पत्र नालसा पोर्टल अप के माध्यम से भिजवाए जाना सुनिश्चित करें तथा अच्छी गुणवत्ता का भोजन तथा निरुद्ध बंदियो कौशल विकास का प्रशिक्षण प्रदान किया जाना सुनिश्चित करें । निरीक्षण के दौरान ओएसडी, श्री संतोष कुमार, उप सचिव, निश्चल शुक्ला, डॉ दिव्यानंद द्विवेदी, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आगरा, जेलर एवं डिप्टी जेलर तथा समस्त कर्मचारी गण उपस्थित रहे।