निराश्रित गोवंश सड़क पर घूमता न मिलेः मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास

Press Release उत्तर प्रदेश

आगरा.09 दिसंबर। प्रदेश सरकार के मंत्री पशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन विभाग धर्मपाल सिंह ने आज सर्किट हाउस में गोशालाओं के संचालन व उनके रख रखाव तथा निर्माण कार्यों की मंडलीय समीक्षा बैठक की।
बैठक में आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश तथा आश्रय स्थल से चारागाह की भूमि का लिकेज तथा चारा उत्पादन की समीक्षा में बताया गया कि आगरा मंडल में 291 गोवंश आश्रय स्थलों पर 79924 संरक्षित है गोवंश संरक्षित हैं तथा कुल 4883.05 हेक्टर गोचर भूमि में गौशालाओं में चारा उपलब्ध कराने हेतु 331.15 भूमि में हरा चार बोया गया है तथा मण्डल में कुल 10 वृहद गौसंरक्षण केन्द्र तथा 05 अस्थाई गौवंश आश्रय अस्थलों का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी क्षमता 1500 है। आगरा में पशुओं के टीकाकरण का ब्यौरा तलब किया जिसमें बताया गया कि शत प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण सम्पन्न किया गया है। कृत्रिम गर्भाधान में जनपद आगरा में 628000 के सापेक्ष 464525, मथुरा में 353000 के सापेक्ष 242340, फिरोजाबाद में 347000 के सापेक्ष 260724, मैनपुरी में 286000 के सापेक्ष 252011 कृत्रिम गर्भाधान किया गया है। मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना की समीक्षा में बताया कि जनपद आगरा में गोवंश सुपुर्दगी के लक्ष्य 2060 के सापेक्ष 2414, मथुरा में 2342 के सापेक्ष 2366, फिरोजाबाद में 1339 के सापेक्ष 1618, मैनपुरी में 1683 के सापेक्ष 1926 गोवंशों को सुपुर्द किया गया है। गोआश्रय स्थलों में कार्यरत केयर टेकरों का विवरण तलब किया, जिसमें बताया गया कि जनपद आगरा में 341, मथुरा में 404, फिरोजाबाद में 211 व मैनपुरी में 173 केयर टेकर कार्यरत हैं तथा सभी गो आश्रय स्थलों में रात्रि चौकीदार की व्यवस्था है।
बैठक में  निर्देशित किया कि कोई भी निराश्रित गोवंश सड़क पर घूमता न मिले, आश्रय स्थलों में जाड़े के बचाव के उचित प्रबंध तथा गर्भवती गायों को रखने की अलग से रखने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने उ0प्र0 की 01 ट्रिलीयन की अर्थ व्यवस्था प्राप्त करने हेतु पशुधन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने तथा उनके मॉनीटरिंग के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी आगरा डॉक्टर डीके पांडे, फिरोजाबाद सीवीओ डॉक्टर अरुण सिंह, मैनपुरी सीवीओ डॉक्टर सोमदत्त सिंह, डिप्टी सीवीओ डॉक्टर जयंत यादव सहित पशुचिकित्सा अधिकारीगण तथा संबंधित विभाग के अधिकारीगण मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *