आगरा। एनजीटी द्वारा लगाये गये प्रतिबंध के बावजूद कुछ लोग यमुना नदी में कपड़े धोने से वाज नहीं आ रहे हैं। जानकारी मिलने पर आज नगर निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरती स्थल के सामने यमुना में कपड़े धुलवा रहे टेंट वालों को वहां से खदेड़ दिया। कपड़े धुलने के लिए बड़े ड्रमों में भरकर रखे गये कैमिकल को मौके पर ही फैला दिया गया। उन्हें चेतावनी दी गई है कि अगर भविष्य में यमुना में कपड़े धुले तो उनका सामान व कपड़ों को जब्त कर लिया जाएगा।
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण ने कपड़ों की धुलाई में प्रयोग होने वाले कैमिकल आदि के कारण यमुना में होने वाले प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से यहां पर कपड़ों की धुलाई पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद कुछ लोग कपड़ों की धुलाई कर नियमों का उल्लंघन करने से वाज नहीं आ रहे हैं। सोमवार को यमुना में कपड़ों की धुलाई की जानकारी नगर निगम प्रशासन को मिली तो नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल के आदेश पर अतिक्रमण प्रभारी डा0 अजय कुमार सिंह ने टीम को मौके पर भेजकर कार्रवाई क आदेश दिये। इस पर निगम की टीम मौके पर पहुंची। कुछ लोग कपड़ों को धुलकर वहीं पर सुखा भी रहे थे। पूछताछ में पता चला कि कुछ टेंट वाले ये काम करा रहे थे। इस पर निगम की टीम ने कपड़ों की धुलाई कर रहे सभी लोगों को वहां से खदेड़ दिया। कपड़ों को धुलने के लिए सीमेंट के ड्रमों में भरकर रखा गया केमिकल भी वहीं पर नष्ट करा दिया गया। चेतावनी दी गई कि यदि उन्होंने फिर से वहां पर कपड़ों की धुलाई की तो उनके सामान के साथ ही कपड़ों को भी जब्त कर लिया जाएगा।
—-नगर निगम छलेसर में बना रहा मैकेनाइज्ड धोबीघाट—
यमुना में कपड़ों के धुलने से होने वाले प्रदूषण और धोबी समाज की इस समस्या को देखते हुए नगर निगम छलेसर में मेैकेनाज्ड धोबीघाट का निर्माण करा रहा है। इसमें कपड़े धोने की प्रणाली को मशीनीकृत और आधुनिक बनाया जाएगा। इस धोबीघाट में जल पुनर्चक्रमण, पर्यावरण अनुकूलन डिटरजेंट का उपयोग और आधुनिक मशीनों के माध्यम से कपड़े धोने और सुखाने की भी सुविधा होगी।