एल एस बघेल, आगरा 5 जून । आगरा एवं आसपास के जिलों के आलू किसानों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है। सींगना में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र स्थापित किये जाने की मंजूरी मिल गयी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राजकीय आलू प्रक्षेत्र, सींगना, आगरा पर अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र, पेरू की शाखा स्थापित किये जाने का निर्णय गया है। इस राजकीय प्रक्षेत्र का कुल क्षेत्रफल 138.5 हेक्टेयर है, जिसमें से 25 हेक्टेयर में आलू बीज उत्पादन का कार्यक्रम किया जाता है। आगरा मण्डल, प्रदेश का सर्वाधिक आलू उत्पादक मण्डल है। यहाँ की जलवायु एवं मिट्टी आलू उत्पादन के लिए अत्यधिक उपयुक्त है। प्रदेश में आलू उत्पादको की आय में वृद्धि करने के लिए तकनीकी ज्ञान एवं उच्च गुणवत्ता के आलू बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु इस केन्द्र की बहुत बड़ी भूमिका होगी ।
प्रस्तावित स्थल का निरीक्षण अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र, पेरू के प्रतिनिधि, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारी एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा किया जा चुका है। राजकीय आलू प्रक्षेत्र, सींगना पर जाने के लिए दो रास्ते हैं, (1) आगरा-मथुरा मुख्य मार्ग से लिंक रोड पर रैपुरा जाट से होते हुए ग्राम सींगना के माध्यम से, यह लिंक रोड अत्यधिक खराब एवं लगभग 05 किलोमीटर लम्बा है। (2) सूर सरोवर पक्षी विहार कीठम के अंदर बनी सड़क के माध्यम से इस सड़क को वर्ष 2016 में वन विभाग द्वारा बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कराकर बन्द कर दिया गया हैं। इससे राजकीय आलू प्रक्षेत्र, सींगना की दूरी मात्र 2.50 किलोमीटर है तथा यह रास्ता प्रक्षेत्र पर जाने के लिए अत्यधिक उपयुक्त है ।
अतः इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव , निदेशक तथा वन एवं वन्य जीव के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि स्थापित किये जाने वाले अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र की शाखा पर केन्द्र के कार्मिकों को आने-जाने के लिए सूर सरोवर पक्षी विहार कीठम आगरा के मध्य बनी सड़क के माध्यम से अनुमति प्रदान करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें, ताकि राजकीय आलू प्रक्षेत्र, सींगना, आगरा पर प्रस्तावित अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र की शोध शाखा को आवागमन अधिक सुगम हो सके ।
ज्ञातव्य है कि आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू केंद्र स्थापित करने के लिए उपनिदेशक उद्यान कौशल कुमार द्वारा काफी समय से प्रयास किये जा रहे थे। इस संबंध में पत्राचार चल रहा था। केंद्रीय कृषिमंत्री द्वारा भी मामले में हस्तक्षेप किया गया था। वास्तविकता में यहां के आलू किसानों के लिए इस केंद्र की स्थापना की बहुत ज्यादा जरूरत थी। उत्तर प्रदेश शासन और केंद्र सरकार को भी उन्होंने मामले से अवगत कराया। इस संबंध में उपनिदेशक कौशल कुमार का कहना है कि यह उनके आगरा के कार्यकाल की यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाएगी। इसके लिये उनके द्वारा काफी समय से प्रयास किये जा रहे थे। साथ ही उनका कहना है कि आगरा एवं आसपास के जिलों के आलू किसानों के लिए यह केंद्र वरदान साबित होगा।