मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी ने किया यमुना आरती स्थल ,ऐतिहासिक हाथी घाट व दशहरा घाट का निरीक्षण
यमुना आरती स्थल तथा हाथी घाट पर फैली गंदगी देख नगर निगम को स्थाई सफाई टीम नियुक्त करने, तथा वॉशर मैन तथा तबेलों के पुनर्वास की योजना बनाने को किया निर्देशित
डूब क्षेत्र में नए निर्माणकार्यो को किया जाएगा प्रतिबंधित,पुराने निर्माणों को चिह्नित कर होगा ध्वस्तीकरण
आगरा.30 अगस्त। मंडलायुक्त श्रीमती रितु माहेश्वरी ने यमुना किनारा स्थित यमुना आरती स्थल,हाथीघाट तथा ताजमहल के पार्श्व में स्थित दशहरा घाट का भौतिक निरीक्षण किया। वे सर्व प्रथम यमुना किनारा स्थित यमुना आरती स्थल पहुंची जहां आरती स्थल के डेवलपमेंट की जानकारी करने पर बताया गया कि शहर के नागरिकों ने इस स्थल को आरती स्थल के रूप में विकसित किया है। यमुना नदी का निरीक्षण किया। मौके पर गंदगी तथा तथा खुला नाला बहता मिला। जिस पर जल निगम के अधिकारियों को तलब किया। टेप्ड तथा अनटैप्ड नालों के बारे में जानकारी ली। जिसमें बताया गया कि कुल 90 ड्रेनेज हैं जिनमें 08 ड्रेनेज टैप्ड किए जा चुके हैं, इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की तथा सभी ड्रेनेज को टेप्ड करने की कार्य योजना बनाने को निर्देशित किया। सिंचाई विभाग से जनपद में प्रवाहित यमुना नदी की कुल लंबाई तथा शहर से होकर प्रवाहित नदी की लंबाई एवं नदी की ड्रेजिंग पॉलिसी की जानकारी ली, जिसमें बताया गया कि जहां नदी मार्ग परिवर्तित करती हैं वहां ड्रेजिंग अनुमन्य है। तत्पश्चात वे हाथी घाट पहुंचीं। जहां मौके पर वॉशर मैन यमुना में कपड़ों की धुलाई करते पाए गए, तथा वहां पसरी गंदगी को देख मंडलायुक्त द्वारा नगर निगम के अधिकारियों से कड़ी नाराजगी व्यक्त की गयी। नगर निगम द्वारा बताया गया कि उक्त घाट की साफ सफाई हेतु 12 लोगों की टीम सफाई हेतु नियुक्त है। घाट की समुचित सफाई कराने तथा इस हेतु एक स्थाई टीम नियुक्त करने, घाट का सौंदर्यीकरण तथा पशु तबेलों व वॉशर मैन के पुनर्वास की योजना बनाने हेतु निर्देशित किया। विसर्जन घाट बनाए जाने को भी निर्देशित किया जिससे कि यमुना को प्रदूषित होने से बचाया जा सके।
ताज के पार्श्व में स्थित दशहरा घाट का भी निरीक्षण किया तथा वहां हो रही आरती, मंदिर तथा साफ सफाई के बारे में जानकारी ली। सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तावित रबर डैम के बारे में मंडलायुक्त को जानकारी दी गई तथा उक्त हेतु आ रही एनओसी तथा एनजीटी से संबंधित समस्या से अवगत कराया मंडलायुक्त द्वारा उक्त हेतु जरूरी दिशा निर्देश दिए गए। यमुना की साफ सफाई सुनिश्चित करने, घाटों के सौंदर्यीकरण, विसर्जन घाटों का निर्माण, पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से यमुना को प्रदूषित न होने देने तथा यमुना के डूब क्षेत्र में बने निर्माण कार्यों को चिह्नित कर ध्वस्तीकरण कराने तथा नए निर्माण न होने देना सुनिश्चित करने हेतु संबंधित विभागों को निर्देशित किया।
निरीक्षण में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़, सिंचाई विभाग, जल निगम तथा नगर निगम के अधिकारीगण मौजूद रहे।