
शहर में तीन दर्जन वाहन उतरे सड़कों पर, सुबह से रात तक होगा पानी का छिड़काव
आगरा। बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए नगर निगम प्रशासन अब सख्त रुख अपनाने जा रहा है। शहर में कूड़ा जलाने की घटनाओं और निर्माण कार्यों के दौरान एनजीटी मानकों का पालन न करने वालों के खिलाफ अब सीधे एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। अपर नगर आयुक्त शिशिर कुमार ने बताया कि रोक के बावजूद कुछ स्थानों पर कचरा जलाने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे लोगों को अब किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
अपर नगर आयुक्त ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी एसएफआई और जेएसओ को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। शहर में प्रदूषण का स्तर गंभीर होने के कारण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) भी लागू हो चुका है। इसके मद्देनज़र मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड को भी निर्माण स्थलों पर खोदाई के दौरान वायु प्रदूषण रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने हेतु पत्र लिखा गया है। उनसे कहा गया है कि ग्रीन नेट, पानी का छिड़काव और मलबे के ढेर को ढककर रखना जैसे उपाय अनिवार्य रूप से लागू किए जाएं।
—नगर निगम के तीन दर्जन वाहन कर रहे लगातार पानी का छिड़काव—-
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए नगर निगम ने शहर की सड़कों पर तीन दर्जन छोटे-बड़े वाहनों को उतार दिया है। ये वाहन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लगातार विभिन्न मार्गों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं, ताकि उड़ती धूल और निर्माण जनित प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सके। सभी जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपनी-अपनी क्षेत्रीय टीमें सक्रिय रखें और छिड़काव की दैनिक मॉनिटरिंग करें।
–नगर अयुक्त का वर्जन—-
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कहा है कि “वायु प्रदूषण शहर की गंभीर समस्या बनती जा रही है। कूड़ा जलाने, निर्माण कार्यों में लापरवाही और धूल उड़ाने वाले सभी कारकों पर सख्ती की जाएगी। निगम टीमें लगातार निगरानी में हैं। नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। हमारा लक्ष्य प्रदूषण को हर हाल में नियंत्रित करना है, इसके लिए सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
