चीन की आब्रजन नीति बेहद जटिल, 10 दिन और करना पड़ सकता है इंजीनियर अनिल के पार्थिव शरीर का इंतजार

Politics उत्तर प्रदेश दिल्ली/ NCR

आगरा के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री  प्रो. एसपी सिंह बघेल ने विदेश मंत्री से लिया इंजीनियर की पार्थिव देह का अपडेट

आगरा, 27 जून। 12 जून को चीन को झोऊशान शहर में हृदयाघात के चलते काल के गाल में समाए मरीन इंजीनियर अनिल कुमार की पार्थिव देह को भारत आने में अभी दस दिन और लग सकते हैं, केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने जब विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद से मामले में प्रगति पूछी तो विदेश विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप ने ये जानकारी दी।

दूसरे दिन भी विदेश मंत्री से मिले आगरा के सांसद

केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने गुरुवार को महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर को कागजात उपलब्ध करा मामले का अपडेट लिया तो विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने विदेश विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी संदीप को तलब कर इस मामले पर अब तक विदेश विभाग द्वारा की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट तलब कर ली।

अभी दस दिन और लग सकते हैं पार्थिव देह के भारत आने में

विदेश विभाग के ज्वाइंट सैक्रेटरी आईएफएस अधिकारी संदीप ने जानकारी दी कि विदेश विभाग चीनी अधिकारियों के संपर्क में हैं चीन की आब्रजन नीति के नियम कड़े हैं, जिसके चलते मृतक का पार्थिव शरीर आने में अभी दस दिन का समय और लग सकता है।

मामले पर की जा रही कार्रवाई से परिजनों को अवगत कराए विदेश विभाग

केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने विदेश विभाग के ज्वाइंट सैक्रेटरी संदीप कुमार से इस मामले में त्वरित कार्रवाई लिए आदेशित किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले में विदेश विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई और चीनी विदेश विभाग द्वारा दिए जा रहे रिस्पॉन्श की प्रॉपर जानकारी दी जाए जिससे मृतक के परिजनों तक सही जानकारी पहुंच सके।

12 जून को चीन में हुई थी मरीन इंजीनियर की मौत

आपको बता दें कि अनिल कुमार चीन के झेजियांग प्रांत के झोऊशान शहर में तैनात थे वे मर्चेंट नेवी कंपनी एमवीजी एच नाइटिंगल में चीफ इंजीनियर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे,11 जून की रात्रि अचानक उनकी तबियत खराब हुई, उन्हें झोऊशान हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। जहां से ठीक होने के बाद उन्हें हॉस्पीटल से छुट्टी मिल गयी। 12 जून की दोपहरअचानक सीने में फिर से दर्द होने लगा और उन्हें फिर हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। इस बार वे हॉस्पीटल से जीवित नहीं लौट सके उनकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। तब से लेकर अब तक उनका परिवार इंजीनियर की पार्थिव देह का इंतजार कर रहा है

15 दिन से पार्थिव देह का इंतजार

मरीन इंजीनियर अनिल कुमार के पार्थिव शरीर का उनकी पत्नी और मां 15 दिन से इंतजार कर रहे हैं, उनकी पत्नी अपने पति के पार्थिव शरीर के लिए भारत के विदेश मंत्रालय, चीनी दूतावास के लगातार संपर्क में है, मां की आंखें अपने लाड़ले की पार्थिव देह के इंतजार में पथरा चुकीं हैं, वहीं पत्नी की आंखों के आंसू सूख चुके हैं उनके दुखों का कोई पार नहीं है।

पीएम और विदेश मंत्री से एक्स पर पोस्ट कर मांगी थी मदद

मृतक की पत्नी ने एक्स पर पोस्ट कर पीएम और विदेश मंत्री से भी मदद मांगी थी जब आगरा के सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल को इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने स्वत: ही संज्ञान लेकर मामले की तहकीकात की। उन्होंने बुधवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद को मामले की जानकारी दी, उसके बाद उन्हें मृतक की सारी डिटेल्स उनके सोशल मीडिया एकाउंट व्हाट्एप पर उपलब्ध भी करायीं थी।

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