युवा शक्ति के प्रतीक एवं प्रेरणा-स्रोत आईपीएस मनुमुक्त ‘मानव’, जिन्हें एक दशक बाद भी भुला पाना संभव नहीं

प्रियंका सौरभ मनुमुक्त के पिता डॉ. रामनिवास ‘मानव’ भरे मन से बताते हैं कि अधिकारियों की आपराधिक लापरवाही और मनुमुक्त की मृत्यु के षड्यंत्र में शामिल उनके बैचमेट अफसरों की संलिप्तता के दस्तावेजी सबूतों के बावजूद, उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई, बल्कि तेलंगाना पुलिस और सीबीआई ने इसे सामान्य घटना बताकर मामले को रफा-दफा […]

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नई परम्परा: थोड़ा हमें दान कर दोगे तो क्या जाता है तुहारा…

प्रियंका सौरभ विजय के पिता जी का स्वर्गवास हो गया था। उनके खानदान में परपरा थी कि स्वर्गवासी के फूलों (अस्थियों ) को गंगा जी में विसर्जित किया जाता था। वह अपने पिता की आत्मिक शांति के लिए हरिद्वार चल पड़ा। जैसे ही उसने हरिद्वार की भूमि पर कदम […]

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न कटेंगे न बटेंगे, यदि सिर्फ भारतीय रहेंगे

‘बटेंगे तो कटेंगे’ इस सियासी नारे ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बाद महाराष्ट्र और झारखण्ड के चुनावी माहौल में भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं। साथ में पीएम मोदी का समर्थक नारा ‘एक हैं तो सेफ हैं’ ने भी भारतीय राजनीति में अपनी जगह पक्की कर ली है, जिसे राहुल गांधी अपने चिरपरिचित अंदाज में […]

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जन्मदिन दिवस विशेष: इंदिरा जी जैसा महान विलक्षण व असाधारण नेता सदियों बाद पैदा होता है

इंदिरा जी जैसा महान विलक्षण व असाधारण नेता शादियों बाद पैदा होता है। 19 नवंबर 1917 को विश्व स्तर के प्रतिष्ठित नेहरू परिवार में इलाहाबाद अब प्रयागराज के वैभवशाली आनंद भवन में एक बहुत ही सुंदर बच्ची का जन्म हुआ। बच्ची के दादा एवं देश के वरिष्ठ बैरिस्टर पंडित मोतीलाल नेहरू ने इस सुंदर बच्ची […]

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आजकल की शादियाँ दिखावा: रिश्तों की मिठास पर हावी बॉलीवुड की नकल …

देव उठने के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। इस सीजन में जीवन की नई शुरुआत करने वाले नव दंपतियों को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ…। आने वाले कुछ महीनों तक शहनाइयों की गूंज और शादियों की चमक-दमक बनी रहेगी। आप में से भी ऐसे कई लोग होंगे, जिनके घर शादी […]

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जन्मदिवस विशेष: पंडित नेहरू से विज्ञान का नाता

कल्पना पांडे इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक आडंबरों, पाखंड और अंधविश्वास फैलाने वाले और दकियानूसी सोच के सभी धर्मों के धर्मगुरुओं के बढ़ते प्रभाव और वोटों के लिए उन्हे मिलते राजनीतिक संरक्षण के इस दौर में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की नेहरूवादी समझ और भारतीय संदर्भ में इसके वास्तविक […]

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अपराध और अपराधियों को बचाने में अधिकारियों की संलिप्तता, समाज के लिए नही हैं सही संकेत

प्रियंका सौरभ इन दिनों हम देखते है कि देश भर में उच्च पदों पर बैठे कुछ अफसरों के भ्र्ष्टाचार और यौन अपराधों में ख़ुद के शामिल होने और अपराधियों को बचाने में उनकी सलिंप्तता के मामले बढ़ते जा रहे हैं जो देश और समाज के लिए सही संकेत नहीं हैं। आख़िर कौन-सी वज़ह हैं कि […]

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परिस्थिति चाहे जैसी भी हो हमारी एक ही विचारधारा होनी चाहिए कि सब बढ़िया है……

सुख और दुःख, हमारे जीवन के दो पहिये हैं, दोनों की धुरी पर ही जीवन की गाड़ी चलती है। जीवन में जितना सुख आता है उतना ही दुःख भी आता है। फिर भी हम सुख का स्वागत तो खुले दिल से करते हैं लेकिन दुःख का नहीं….। जबकि हम भी जानते हैं कि जीवन में […]

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पानी में घुलनशील उर्वरक: पर्यावरण के अनुकूल और फ़सल उत्पादकता में सुधार की कुंजी

डॉ. सत्यवान सौरभ जल-घुलनशील उर्वरकों जैसे पर्यावरण के अनुकूल और कुशल उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने वाली नीतियों और सब्सिडी को मज़बूत किया जाना चाहिए। जल-घुलनशील उर्वरकों को अन्य टिकाऊ कृषि पद्धतियों, जैसे फ़सल चक्रण, कार्बनिक पदार्थ समावेशन और जल प्रबंधन तकनीकों के साथ एकीकृत किया जाना चाहिए। जल-घुलनशील उर्वरक मक्का चारा उत्पादन में […]

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भाई -बहन के प्यार, जुड़ाव और एकजुटता का त्योहार भाई दूज

प्रियंका सौरभ हमारे देश में हर महिला भाई दूज को अपने भाई के लिए अपना समर्थन और करुणा प्रदर्शित करने के लिए मनाती है। इस दिन सभी बहनें भगवान से अपने भाई के जीवन की खुशियों की कामना करती हैं। यह व्यापक रूप से माना जाता है क्योंकि यमुना को अपने भाई यमराज से यह […]

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