एटा(आगरा)। जलेसर स्थित बड़े मियां दरगाह कमेटी के कब्जे वाली एक शोरा फैक्ट्री और दो दर्जन कच्चे मकानों को बुलडोजर ने ढहा दिया। इसके अलावा 10 दुकानों में ताले लगाकर प्रशासन ने उन पर भी कब्जा कर लिया। यह जगह नगर पालिका को सौंपी जाएगी। गुरुवार को एसडीएम जलेसर अलंकार अग्निहोत्री और सीओ इरफान नासिर खान बुलडोजर लेकर दलबल के साथ दरगाह कमेटी द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई किला की जमीन पर पहुंचे। दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अकबर अली और उसके परिवार के लोगों ने एक शोरा फैक्ट्री पर कब्जा कर रखा था। इस फैक्ट्री पर बने निर्माण को बुलडोजर ने ढहा दिया। इसके अलावा कमेटी के कब्जे वाली 10 दुकानों पर भी प्रशासन ने अपना ताला डाल दिया। यह दुकानें प्रशासन ने अपने कब्जे में ले ली हैं। इसके बाद बुलडोजर का रुख मकानों की ओर हो गया। करीब दो बीघा भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करके लोगों ने कच्चे और पक्के मकान बना रखे थे। यह जगह नगर पालिका की है। प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। कुछ लोगों ने विरोध करने की भी कोशिश की, लेकिन उनकी एक नहीं चली। जिन लोगों के मकान बने थे। उन्होंने कई साल से सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा था। इन मकानों के साथ कई झुग्गी-झोंपडियां भी तहस-नहस कर दी गई।
प्रशासन द्वारा पहले ही चेतावनी दी गई थी कि लोग अवैध कब्जे छोड़ दें, लेकिन कब्जाधारकों ने कोई सुनवाई नहीं की और अपना सामान तक घरों से नहीं निकाला। जब लोगों ने बुलडोजर को देखा तब उन्होंने सामान हटाना शुरू किया। हालांकि जो भी मकान ढहाए गए हैं, वे पूरी तरह से खाली करा लिए गए थे, तब ही बुलडोजर चलाया गया। शोरा फैक्ट्री को पहले ही खाली किया जा चुका था। वहां कोई भी ऐसा सामान नहीं था, जो फैक्ट्री से संबंधित होता। इस फैक्ट्री में कुछ कमरे बने हुए थे, जो ढहा दिए गए। दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों का कोई भी नजदीकी व्यक्ति कार्रवाई के दौरान दिखाई नहीं दिया। दरगाह कमेटी के कब्जे वाली चार बीघा भूमि प्रशासन ने मुक्त करा ली। जो मकान ढहाए गए हैं, वहां और शोरा फैक्ट्री वाली जगह पर प्रशासन मालखाना बनवाएगा, जिसमें जब्त किए गए वाहन व अन्य कबाड़ जैसा सामान रखा जाएगा। सुरक्षा के भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। शोरा फैक्ट्री पर दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। फैक्ट्री पर निर्माण ढहा दिया गया है। इसके अलावा पालिका की भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए दो दर्जन मकान भी ध्वस्त किए गए हैं, जो कच्चे थे। 10 दुकानें भी प्रशासन द्वारा अपने कब्जे में ली गई हैं।
दीप्ती हत्याकांड के चार आरोपितों को आजीवन कारावास
एटा(आगरा)। वर्ष 2016 में सुर्खियों में रहे दीप्ती हत्याकांड के चार आरोपितों को गुरुवार को अदालत ने दोषसिद्ध करार दिया। अपराध की गंभीरता को परखने के बाद विशेष न्यायाधीश ने सभी आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वहीं पचास -पचास हजार रुपये के जुर्माने से दंडित किया।सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता यतींद्र सिंह शाक्य ने बताया कि मामले की तहरीर गांव सदियापुर थाना जैथरा निवासी दीपक यादव ने दर्ज कराई। जिसमें उसने बताया कि 20 नवंबर 2016 को अपराहन 3 बजे जब उसकी बहन दीप्ती घर के पास नल पर पानी भरने गई तभी गांव के ही उदयप्रताप व वीरप्रताप तथा हरवेश और सचिन उर्फ बंटू ने पुरानी रंजिश के कारण उसे पकड़ लिया और चाकू से चेहरे पर वार किया। सिर में ईट पत्थर मारकर लहुलुहान कर दिया। जब दीप्ती खुद को बचाने के लिए घर की ओर भागी तो आरोपियों ने उसके गले में पड़े दुपट्टे को दोनों ओर से पकड़कर खींचा। बहन की आवाज सुनकर उसे बचाने आए लोगों को देखकर आरोपित भाग गए, तब तक दीप्ती की मौके पर मौत हो चुकी थी। विवेचना पूरी होने के बाद पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट भेजी। जहां गवाहों के माध्यम से अभियोजन पक्ष ने आरोपों को साबित कराया। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस व गवाहों के बयानात सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश ईसी एक्ट कुमार गौरव ने आरोपितों को दोषी पाने पर आजीवन कारावास व पचास -पचास हजार रुपया जुर्माने की सजा सुनाई। एडीजीसी ने बताया कि इस मामले की विवेचना उपनिरीक्षक कैलाश चंद्र दुबे व सुधीर कुमार सिंह ने की।
जैथरा में किशोरी का शव फंदे पर लटका मिला
एटा(आगरा)। जैथरा थाना क्षेत्र में किशोरी का शव भूसे की कोठरी में फंदे पर लटका मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका के स्वजन से खुदकुशी के कारणों के संबंध में पूछताछ की, लेकिन वह कोई खास जानकारी पुलिस को नहीं दे सके।
मामला ग्राम कूल्हापुर में गुरुवार शाम का है। यहां के निवासी नगेंद्र सिंह शादी समारोह में गए हुए थे, जबकि उसकी पत्नी मीरा देवी बीमार स्वजन को देखने अलीगंज गई थी। तभी मौका पाकर 17 वर्षीय बेटी शुभावना उर्फ डोली ने भूसे की कोठरी में दुपट्टे का फंदा लगा लिया। जब अलीगंज से लौटकर मां घर पहुंची तो फंदे पर बेटी का शव लटका देख दंग रह गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतका के पिता और मां से खुदकुशी के कारणों के संबंध में पूछताछ की, लेकिन वह कोई खास जानकारी नहीं दे सके।
साइकिल सवार को अज्ञात वाहन ने रौंदा, मौत
एटा(आगरा)। मलावन क्षेत्र में अज्ञात वाहन ने साइकिल सवार को रौंद दिया। इलाज के लिए आगरा ले जाते समय मौत हो गई। ग्राम सैदपुर निवासी 60 वर्षीय चरन सिंह एटा से बाजार कर साइकिल से घर लौट रहे थे। उनकी साइकिल जैसे ही ग्राम सेंथरी के समीप पहुंची कि तभी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में घायल चरन सिंह को इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टरों ने घायल की हालत चिंताजनक देखते हुए उन्हें आगरा रेफर कर दिया। स्वजन ने बताया कि रास्ते में उनकी मौत हो गई। सेंथरी पुलिस चौकी के प्रभारी महीपाल सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र ओमदत्त की तहरीर पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।दूसरी ओर कोतवाली देहात क्षेत्र में कासगंज रोड पर पीएसी के सिपाही हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम टोली निवासी धर्मेंद्र कुमार अज्ञात वाहन की चपेट में आकर घायल हो गया। इसके अलावा अन्य सड़क हादसों में पिलुआ थाना क्षेत्र के ग्राम भोजपुर निवासी चंद्रेश कुमार तथा जैथरा थाना क्षेत्र के ग्राम बिछंद निवासी नरेंद्र सिंह घायल हुए हैं।