अपर शिक्षा निदेशक बेसिक एश्वर्या लक्ष्मी ने बीएसए का अतिरिक्त चार्ज लेने से किया इनकार
आगरा, 24 जुलाई। जनशिकायतों के चलते जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार गोंड की आगरा जनपद से विदाई लगभग तय हो गयी है। देर-सवेर उनको यहां से पदभार छोड़ना पड़ेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 23 जुलाई को किसान नेता श्याम सिंह चाहर द्वारा जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ एक शिकायती पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने जांच के चलते पदभार से मुक्त करने का अनुरोध किया था। ज्ञातव्य है कि मुख्य विकास अधिकारी प्रतिभा सिंह द्वारा दो दिन पहले ही जांच समिति गठित की है। जिसमें विभागीय अधिकारियों के अलावा किसान नेता श्याम सिंह चाहर को भी नामित किया है।
किसान नेता की शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने अपर शिक्षा निदेशक बेसिक एश्वर्या लक्ष्मी को तलब किया था। उनसे कहा गया कि वे बीएसए का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लें। बताया जाता है कि इस पर एडी बेसिक ने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कह दिया कि मेरा पर मंडल स्तर का पद है। इसलिये जिला स्तरीय पदभार संभालने में वह अपने आप को सहज नहीं मान रही हैं। इस पर जिलाधिकारी ने अन्य विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि मौजूदा बीएसए की विदाई तय बतायी जा रही है।
इस बीच वर्ष 2010 में तत्कालीन जिलाधिकारी मुकेश मेश्राम ने भी बीएसए सतेंद्र ढाका को फोर्सलीव पर भेजकर जाइंट मजिस्ट्रेट जुहेर बिन सगीर को चार्ज सौंप दिया था। लग रहा है कि अब भी मामला ऐसा ही कुछ बनता नजर आ रहा है। निदेशालय से कार्यवाही होने तक स्थानीय शिकायतों के चलते जिलाधिकारी द्वारा किसी को पदभार जल्द ही सौंप दिया जाएगा।