आगरा। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत मच्छरों के लार्वा को पनपने से रोकने के लिए नगर निगम अभिनव प्रयोग करने जा रहा है। शहर के सभी तालाबों में लकड़ी के बुरादे, जले हुए मोबिलआयल और गुड़ से तैयार की गई तैरने वाली बॉल के माध्यम से यहां पनपने वाले मच्छरों के लार्वा को नष्ट किया जाएगा। नगर निगम ने इसकी पूरी तरह से तैयारी कर ली है। इसके लिए शनिवार कल से निगम की ओर से अभियान शुरु किया जाएगा।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल की ओर से बरसात के सीजन में मच्छरों से होने वाले संचारी रोगों के नियंत्रण करने को यु़द्धस्तर पर अभियान चलाये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। इसी क्रम में तालाब और ऐसे स्थान जहां पर बरसाती पानी रुकता है पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। इन्हीं स्थानों पर पुराने गुड़, मोबिल आयल और लकड़ी के बुरादे से तैयार की गई बॉल्स को डाला जाएगा। इसकी जानकारी देते हुए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर संजीव वर्मा ने बताया कि इन बॉल्स को कोठी मीना बाजार के पास स्थित नगर निगम के आईडीएच गोदाम में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मच्छरों का लार्वा पानी की सतह पर तैरता है । जब इस बाल को पानी में डाला जाता है तो इससे निकलने वाले मोबिलआयल की लेयर से मच्छरों का लार्वा चिपक कर पनपने से पहले ही मर जाता है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम की ओर से लगातार मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए लगातार फॉगिंग और दवाओं का छिड़काव भी कराया जा रहा है। सभी एसएफआई इस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अपने घरों के कूलरों का पानी लगातार बदलते रहें। कूलर के पानी में नारियल के तेल की कुछ बूंदें डालते रहें इससे पानी में बदबू भी नहीं आएगी और मच्छर का लार्वा भी नहीं पनप पाएगा।
—-पूर्व में तालाबों और गड्ढों में डाली जाती थी बीटी बाल—-
जेडएसओ राजीव बालियान के अनुसार मच्छरों के लार्वा को पनपने से रोकने के लिए पूर्व में बीटी बॉल तालाबों और गड्ढों में डाली जाती थी। मिट्टी और बीटी पाउडर मिलाकर बनाई गयी ये बाल तालाबों और गड्ढों में नीचे बैठ जाने के कारण लार्वा पर प्रभावी नियंत्रण नहीं कर पाती थी। इसका कारण मच्छरों के लार्वा का पानी की सतह पर तैरना था। इसी को ध्यान में रखकर अब नगर निगम पुराने गुड़, जले हुए मोबिलआयल और लकड़ी के बुरादे से निर्मित बॉल्स तैयार करा रहा है।
—स्व्च्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति की बैठक करने के निर्देश—
अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने सभी एसएफआई को निर्देश दिये हैं कि वे सभी वार्डों में स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समितियों के साथ वर्तमान समय में बारिश के कारण मच्छरों से जनित होने वाले रोगों की रोकथाम के लिए बैठक करें। बैठक के दौरान क्षेत्रीय लोगों को विस्तृत रुप से अवगत कराया जाए कि मच्छरों से होने वाले मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों से किस प्रकार से बचाव किया जा सकता है। इस दौरान उन्हें इसकी भी जानकारी दी जाए कि नगर निगम के स्तर पर मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए किस प्रकार की कार्यवाहियां की जा रही हैं।
वर्जन—
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने जनता से अपील की है कि बरसात में संचारी रोगों से बचाव के लिए जरुरी एहतियात बरतें। कूलर और आसपास पड़े टायर और जलभराव के स्त्रोतों में पानी को एकत्रित न होने दें।